Ayodhya News: यूपी के अयोध्या में ठंड की वजह से बुजुर्ग की मौत, प्रशासन पर उठे सवाल
Ayodhya News: राम नगरी अयोध्या से एक ऐसी दर्दभरी खबर आई जिसने प्रशासन की सारी तैयारियों की पोल खोल दी. यहां के मुख्य मार्केट और कोतवाली अयोध्या से चंद कदम दूरी पर एक बुजुर्ग की ठंड से मौत हो गई.

Ayodhya News: राम नगरी अयोध्या से मंगलवार को एक ऐसी दर्दभरी खबर आई जिसने प्रशासन की सारी तैयारियों की पोल खोल दी. यहां के मुख्य मार्केट और कोतवाली अयोध्या से चंद कदम दूरी पर स्थित राज सदन के सामने एक बुजुर्ग शख्स के ठंड से ठिठुर-ठिठुर कर मौत हो गई. बुजुर्ग की मौत ने नगर निगम के उन दावों की पोल खोल दी हैं जिसमें वो लगातार रैन बसेरों और अलाव की व्यवस्था की बात करते हैं.
ठंड से हुई बुजुर्ग की मौत
स्थानीय लोगों के मुताबिक बुजुर्ग पिछले 15 सालों से यहां रहते थे. स्थानीय लोगों ने ही पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने पंचनामा कर शव को अंतिम संस्कार के लिए भेजा है. नगर निगम का दावा है कि अयोध्या में 9 जगहों पर 200 व्यक्तियों की क्षमता के रैन बसेरे चल रहे हैं, इसके साथ ही 500 जगहों पर अलाव की व्यवस्था भी की गई है लेकिन ये सब कागजों पर ही सीमित है. अयोध्या में परंपरागत रूप से लगने वाले रैन बसेरे इस साल लगे ही नहीं है.
कागजों पर बने हैं रैन बसेरे
रैन बसेरों के नाम पर नगर निगम ने एक रेलवे स्टेशन और एक नए घाट पर रैन बसेरा तैयार किया है. उन पर भी ज्यादातर समय ताला ही लटका रहता है. इस रैन बसेरे में रात को रुकने के लिए आधार कार्ड होना जरूरी है. ऐसे में कई गरीब लोगो को मजबूरन खुले आसमान के नीचे ही सोना पड़ता है. इनमें से ज्यादातर के पास तो आधार कार्ड है ही नहीं. ऐसे में बुजुर्ग की मौत प्रशासन को आईना दिखा रही है. प्रशासन इस पर कुछ भी बोलने से बचता नजर आ रहा है.
अयोध्या नगर निगम ने दी सफाई
नगर निगम के अपर नगर आयुक्त शक्ति भूषण राय ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इलाके में 200 व्यक्तियों की क्षमता वाले नौ रैन बसेरे संचालित हैं, पूरे नगर निगम क्षेत्र में 500 जगहों पर अलाव जलवाए जा रहे हैं जिससे की आम जनमानस को ठंड से निजात मिल सके, जहां तक आधार कार्ड की बात है तो मानवीय आधार पर इसी अनिवार्यता को ढिलाई बरती जाती है.
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Source: IOCL






















