Kejriwal Oath Ceremony: मैं अरविंद केजरीवाल...तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ

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नई दिल्ली, एबीपी गंगा। दिल्ली विधानसभा चुनाव में 'आम आदमी पार्टी' की प्रचंड जीत के बाद अरविंद केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर आज शपथ लेने जा रहे हैं। केजरीवाल के साथ छह मंत्री भी शपथ लेंगे। इनमें मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र गौतम शामिल हैं।
ये शपथ ग्रहण समारोह दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में होगा। इस समारोह का यहां होने का एक अलग महत्व समझा जाता है, क्योंकि अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन उन्होंने इसी मैदान में किया था। इससे पहले दो बार केजरीवाल ने रामलीला मैदान में ही शपथ ग्रहण की थी।
रामलीला मैदान में सुबह 10 बजे से शपथ ग्रहण समारोह शुरू होगा। इस दौरान ''दिल्ली निर्माण'' के लिए जिम्मेदार रहे विभिन्न क्षेत्रों से करीब 50 लोग मंच साझा करेंगे। इन 50 लोगों में शिक्षक, बस मार्शल, सिग्नेचर ब्रिज के वास्तुकार और काम के दौरान अपना जीवन गंवाने वाले दमकल कर्मियों के परिवार और अन्य शामिल हैं। ''आप'' ने 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में 62 सीटें जीतीं जबकि भाजपा ने आठ सीटों पर जीत दर्ज की और कांग्रेस लगातार दूसरी बार भी खाता नहीं खोल पाई। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के आठों सांसदों को न्यौता भेजा गया है।
जानिये अरविंद केजरीवाल को
अरविंद केजरीवाल का जन्म हरियाणा के हिसार में 16 अगस्त, 1968 को गोविंद राम केजरीवाल और गीता देवी के यहां हुआ था। केजरीवाल अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं। उनके परिवार में उनके माता-पिता, पत्नी और दो बच्चें-बेटी हर्षिता और बेटा पुलकित हैं।
वह पूरी तरह से शाकाहारी हैं और घर में बने खाने को प्राथमिकता देते है। सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून लागू कराने की दिशा में किए गए प्रयासों को लेकर ''रेमन मैग्सेसे'' पुरस्कार से सम्मानित किए गए केजरीवाल उस टीम अन्ना के सदस्य थे, जिसमें देश की पहली आईपीएस अधिकारी एवं पुडुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण शामिल थे।
केजरीवाल ने आईआईटी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की थी। वह 1989 में टाटा स्टील में नियुक्त हुए और तीन साल काम करने के बाद उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा देने के लिए 1992 में नौकरी से इस्तीफा दे दिया। इस परीक्षा में सफल होने के बाद वह भारतीय राजस्व अधिकारी (आईआरएस) बन गये।
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