(Source: ECI / CVoter)
Amritpal Singh: अमृपाल सिंह कनाडा के नंबर से करता था वाट्सएप कॉलिंग, हरियाणा से डोंगल भी खरीदा, अब जांच में जुटी पुलिस
Amritpal Singh: अमृपाल सिंह बचने के लिए हरियाणा उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी छिपा रहा. काउंटर इंटेलिजेंस से पता चला है कि पुलिस को चकमा देने के लिए वो कनाडा के नंबर से वाट्सएप कॉलिंग करता था.
Amritpal Singh Arrested: वारिस पंजाब दे (Waris Punjab De) का मुखिया और खालिस्तान समर्थक अमृपाल सिंह (Amritpal Singh) को 23 अप्रैल को पंजाब (Punjab) के मोगा (Moga) से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. वो 36 दिनों से फरार चल रहा था. इन 36 दिनों के दौरान उसने चार राज्यों में पनाह ली. ज्यादातर वो अपने पंजाब समर्थकों की मदद से पुलिस से बचता रहा.
अमृपाल सिंह पुलिस से बचने के लिए हरियाणा (Haryana),उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और दिल्ली (Delhi) में भी छिपा रहा. अब उसकी गिरफ्तारी के बाद 18 मार्च से 23 अप्रैल उसने जहां- जहां भी छिपने के लिए पनाह ली पुलिस ने उसकी जांच शुरू कर दी है. पुलिस के साथ एनआईए भी इस जांच में जुट गई है. काउंटर इंटेलिजेंस से पता चला है कि पुलिस को चकमा देने के लिए अमृतपाल कनाडा के इंटरनेशल नंबर से वाट्सएप कॉलिंग करता था. उसने हरियाणा से एक डोंगल भी खरीदा था.
गृह मंत्रालय ने भी मांगी रिपोर्ट
मोगा आने से पहले उसे किसी ने डोंगल और मोबाइल दिया था. पुलिस अब उसकी भी तलाश कर रही है. कहा ये भी जा रहा है कि अमृतपाल को मोबाइल और डोंगल देने वाला मोगा तक उसके साथ था. इस मोबाइल से अमृतपाल ने विदेशों में भी कई लोगों से बात की. हालाकिं गिरफ्तारी के दौरान अमृतपाल के पास से पैसा या मोबाइल फोन नहीं मिला. अमृतपाल के पास से कोई समान न मिलने से पुलिस के आला अफसर भी हैरान है. वहीं डीजापी ने नवांशहर, कुरुक्षेत्र, पानीपत, दिल्ली और पीलीभीत में किसने- किसने उसको पनाह दी थी, इसकी जांच करने के लिए तीन टीमें बनाई है. इन तीनों टीमों का नेतृत्व इंटेलिजेंस के चीफ करेंगे. वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी से जुड़ी रिपोर्ट मांगी है.