बगावत के बाद घरवापसी! शिरोमणि अकाली दल में फिर से शामिल हुए सिकंदर मलूका
Punjab News: शिरोमणि अकाली दल ने निष्कासित नेता सिकंदर सिंह मलूका को फिर से पार्टी में शामिल कर लिया है. सुखबीर बादल ने इसे पंथिक एकता की दिशा में अहम कदम बताया है.

Sikandar Singh Maluka Joins Shiromani Akali Dal: पंजाब की राजनीति में एक बार फिर हलचल देखी गई जब शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने अपने पुराने और निष्कासित नेता सिकंदर सिंह मलूका को पार्टी में दोबारा शामिल कर लिया. पूर्व मंत्री मलूका की वापसी शनिवार (14 जून) को SAD प्रमुख सुखबीर सिंह बादल की मौजूदगी में हुई.
पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मलूका जैसे वरिष्ठ नेता का फिर से पार्टी में आना एक अहम राजनीतिक संकेत है. पीटीआई के अनुसार, सुखबीर बादल ने इस मौके पर कहा कि मलूका का योगदान पार्टी के लिए ऐतिहासिक रहा है और अब वह इसे नई ऊर्जा के साथ आगे ले जाएंगे.
It gives me immense pleasure to welcome veteran Akali leader S. Sikandar Singh Maluka back to the Shiromani Akali Dal. Maluka Sahab has significantly contributed to strengthening the party under the leadership of S. Parkash Singh Ji Badal.
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) June 14, 2025
His return will further strengthen the… pic.twitter.com/w8nGKLgyhv
मलूका उपचुनाव के प्रचार में निभाएंगे अहम भूमिका- बादल
बादल ने यह भी कहा कि हाल के दिनों में पार्टी में पुराने नेताओं की वापसी का सिलसिला चल रहा है. उन्होंने बताया कि मलूका से पहले वरिष्ठ नेता सोहन सिंह ठंडल और अनिल जोशी भी पार्टी में लौट चुके हैं. इसे वह पंथिक एकता की ओर एक सकारात्मक कदम मानते हैं. साथ ही उन्होंने पंजाब के लोगों से अपील की कि वह शिरोमणि अकाली दल को मजबूत करने के लिए एकजुट हों. उन्होंने यह भी घोषणा की कि मलूका अब लुधियाना पश्चिम उपचुनाव के प्रचार अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएंगे.
AAP की प्रीति मल्होत्रा भी SAD में हुई शामिल- बादल
सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि पार्टी अब लुधियाना पश्चिम सीट पर अपनी स्थिति मजबूत कर रही है. उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी की महिला इकाई की अध्यक्ष प्रीति मल्होत्रा भी कुछ दिन पहले ही SAD में शामिल हुई हैं. उन्होंने इसे पार्टी की बढ़ती स्वीकार्यता और जनता के विश्वास की वापसी बताया. SAD इन दिनों अपने संगठनात्मक ढांचे को फिर से खड़ा करने और आगामी चुनावों के लिए ज़मीन मजबूत करने में जुटा है.
गौरतलब है कि पिछले साल मलूका समेत कुछ नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते शिअद से निष्कासित कर दिया गया था. उन्होंने लोकसभा चुनावों में हार के बाद सुखबीर बादल से पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने की मांग की थी. SAD 2024 के आम चुनावों में पंजाब की 13 में से केवल एक सीट ही जीत पाई थी, जिस पर सुखबीर बादल की पत्नी हरसिमरत कौर बादल ने बठिंडा से जीत दर्ज की थी. मलूका की पुत्रवधू परमपाल कौर सिद्धू ने भाजपा टिकट पर इसी सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन वह पराजित रहीं. अब मलूका की वापसी से पार्टी के अंदर एक नई रणनीतिक दिशा की उम्मीद की जा रही है.
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Source: IOCL





















