20 साल बाद ठाकरे 'ब्रदर्स' फिर होंगे साथ? शरद पवार गुट की ओर से आया बड़ा बयान
Uddhav Thackeray-Raj Thackeray News: शरद पवार की NCP-SP ने ठाकरे बंधुओं के बीच सुलह के प्रस्ताव का स्वागत किया. सुप्रिया सुले ने कहा कि अगर दोनों महाराष्ट्र के हित में एकजुट हुए, तो समर्थन करना चाहिए.

Raj Thackeray- Uddhav Thackeray Reconciliation: महाराष्ट्र में एक बार फिर से ठाकरे बंधुओं के मिलन के कयासों से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. अटकलें लग रही हैं कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच रहे मतभेदों को दरकिनार करते हुए अब दोनों भाई साथ आ सकते हैं. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) अध्यक्ष राज ठाकरे ने हाल ही में उद्धव ठाकरे को साथ आने का प्रस्ताव दिया था. इसको लेकर अब शरद पवार गुट की एनसीपी की ओर से बड़ा बयान आया है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- शरदचंद्र पवार (NCP SP) की सांसद सुप्रिया सुले ने शनिवार (19 अप्रैल) को कहा कि अगर अलग हुए चचेरे भाई राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के हित में फिर से एक साथ हो जाते हैं तो इसका ‘पूरे दिल से स्वागत’ किया जाना चाहिए.
बारामती सांसद सुप्रिया सुले ने दोनों चचेरे भाइयों के बीच सुलह की संभावना के बारे में लगाई जा रही अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही.
20 साल बाद हाथ मिला सकते हैं ठाकरे ब्रदर्स
मनसे नेता राज ठाकरे और उनके चचेरे भाई और शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच संभावित राजनीतिक सुलह की अटकलों को उस समय बल मिला, जब दोनों के बयानों से संकेत मिला कि वे ‘मामूली मुद्दों’ को नजरअंदाज कर सकते हैं और लगभग दो दशक यानी 20 साल के अलगाव के बाद हाथ मिला सकते हैं.
क्या बोले राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे?
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा कि उनके पिछले मतभेद ‘मामूली’ हैं और ‘मराठी मानुष’ के व्यापक हित के लिए एकजुट होना कोई मुश्किल काम नहीं है. शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह छोटी-मोटी बातों और मतभेदों को नजरअंदाज करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते महाराष्ट्र के हितों के खिलाफ काम करने वालों को कोई महत्व नहीं दिया जाए.
'आज बाल ठाकरे बहुत खुश होते'- सुप्रिया सुले
इसपर सुप्रिया सुले ने कहा, ‘‘राज ठाकरे ने कहा है कि महाराष्ट्र में हो रहा विवाद उनके विवाद से बड़ा है. यह मेरे लिए खुशी की खबर है. अगर बाल ठाकरे हमारे बीच होते तो वह आज बहुत खुश होते. अगर दोनों भाई महाराष्ट्र के हित के लिए फिर से एकजुट हो रहे हैं तो हमें इसका तहे दिल से स्वागत करना चाहिए.’’
Source: IOCL





















