'कौन शिंदे? उनकी औकात ही नहीं है...', महाराष्ट्र के डिप्टी CM एकनाथ शिंदे पर क्यों भड़के संजय राउत?
Maharashtra Politics: बीजेपी की ओर से पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग पर शिवसेना-यूबीटी नेता संजय राउत ने कहा कि इस तरह से राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया जाता.

Maharashtra News: वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पश्चिम बंगाल में हिंसा हुई. इसे लेकर बीजेपी लगातार वहां की ममता बनर्जी सरकार पर हमलावर है. बीजेपी की ओर से पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की जा रही है. अब इस शिवसेना-यूबीटी के सांसद संजय राउत ने प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के पास भारी बहुमत है, यह सरकार जनता ने चुनी है, जो दंगे वहां हो रहे हैं, उसके पीछे बीजेपी का हाथ है.
संजय राउत ने कहा कि बीजेपी चाहती है कि वहां दंगे हों, ताकि इसी बहाने राष्ट्रपति शासन लगाया जा सके. यह बीजेपी की एक राजनीतिक चाल है. महाराष्ट्र में भी बिना किसी कारण राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था. राष्ट्रपति शासन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के लिए एक खिलौना बन गया है. मणिपुर में 3 साल से हिंसा हो रही है, हजारों लोग मारे गए, महिलाओं पर अत्याचार हुआ, वहां कभी राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया.
शिवसेना-यूबीटी नेता ने कहा कि इस तरह से राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया जाता. राष्ट्रपति शासन लगाकर इस तरह देश नहीं चलाया जा सकता.
एकनाथ शिंदे पर साधा निशाना
वहीं एकनाथ शिंदे की ओर से पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग उन्होंने निशाना साधा. संजय राउत ने कहा कि कौन शिंदे? क्या वे पश्चिम बंगाल की स्थिति पर बोलने के योग्य हैं? अमेरिका या इंग्लैंड में कभी राष्ट्रपति शासन लगाने की बात की है क्या? उनकी औकात ही नहीं है, उन मुद्दों पर बोलने की."
राहुल गांधी के बयान का किया बचाव
इसके अलावा राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए बयान पर भी संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जो कहा, वह सच है. देश में सभी काम गैरकानूनी तरीके से हो रहे हैं. चुनाव आयोग पर बीजेपी का नियंत्रण है, राष्ट्रपति बीजेपी के नियंत्रण में हैं, और अब सुप्रीम कोर्ट पर भी दबाव डाला जा रहा है. लोकतंत्र और आजादी कहां हैं? जब चाहें राष्ट्रपति शासन लगा सकते हैं, सुप्रीम कोर्ट को गाली देंगे, यही देश में हो रहा है. याचिकाएं लाओ, कोर्ट पर दबाव डालो, लेकिन सुप्रीम कोर्ट दबाव मानने को तैयार नहीं है.
शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड के मुद्दे पर क्या बोले संजय राउत?
दूसरी तरफ महाराष्ट्र में शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड मुद्दे पर उन्होंने कहा कि अगर इसकी बात कर रहे हैं तो यह सब पर लागू होना चाहिए. मंत्रालय में जो मंत्री आते हैं, उन पर भी लागू कीजिए, जो आईएएस और आईपीएस हैं, उनके लिए तो पहले से ही ड्रेस हैं, बाकियों को भी दीजिए, जनता के पास कपड़े नहीं हैं, गरीब लोग जैसे-तैसे गुजारा कर रहे हैं और आप ड्रेस कोड की बात कर रहे हैं.
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Source: IOCL
























