पहलगाम हमले के बाद संजय राउत का बड़ा बयान, 'इंदिरा गांधी बहुत याद आ रही हैं', शेयर की ये तस्वीर
Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले और केंद्र की मोदी सरकार के पाकिस्तान पर लिए गए एक्शन के बीच शिवसेना-यूबीटी सांसद संजय राउत ने इंदिरा गांधी की एक तस्वीर 'एक्स' पर शेयर की है.

Kashmir Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद केंद्र सरकार के एक्शन के बीच शिवसेना-यूबीटी के राज्यसभा सांसद संजय राउत का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर शुक्रवार की सुबह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तस्वीर शेयर की. साथ ही उन्होंने तस्वीर के साथ लिखा कि 'आज देश को इंदिरा गांधी बहुत याद आ रही हैं! जय हिंद!'
इससे पहले गुरुवार को संजय राउत ने कहा, "देश पर हमला हुआ है, इतने लोग मारे गए हैं, इस हमले में पाकिस्तान का अप्रत्यक्ष हाथ है, क्योंकि पाकिस्तान में जिस तरह से आतंकी कैंप चलते हैं और वहीं से हमारे देश पर हमले होते हैं. इन फैसलों से भी कड़े फैसले लेने की जरूरत है और विपक्ष में होने के बावजूद भी हम सरकार के हर फैसले का स्वागत करते हैं."
आज देश को इंदिरा गांधी बहोत याद आ रही है!
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) April 25, 2025
जय हिंद! pic.twitter.com/dQyaXRhn9T
संसद का विशेष सत्र बुलाने को लेकर संजय राउत ने क्या कहा?
इस दौरान उन्होंने कहा था, "कश्मीर ऐसा मुद्दा है कि अगर विपक्ष संसद में इस पर चर्चा की मांग करता है तो इसके लिए अगर विशेष सत्र भी बुलाना पड़े तो बुलाना चाहिए. यहां पाकिस्तान उच्चायोग को बंद करना या सिंधु जल संधि को रोकना अपेक्षित है, लेकिन आपने बार-बार घुसकर मारने की बात कही है, उस पर आपको सोचना चाहिए. यह रक्षा का मामला है, भले हमें मत बताइए बल्कि करके दिखाइए."
1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय देश की पीएम थीं इंदिरा गांधी
बता दें कि सन् 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं, तब भारतीय सेना ने पाकिस्तान को हराया और बांग्लादेश का निर्माण हुआ था. इस युद्ध में 90,000 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था. दरअसल, पूर्वी पाकिस्तान में मुक्ति संग्राम चल रहा था, जिसमें बड़ी संख्या में लोग भारत में शरण लेने लगे थे. भारत ने पूर्वी पाकिस्तान के मुक्ति संग्राम का समर्थन किया और अंततः पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध शुरू हो गया.
13 दिन के युद्ध के बाद भारतीय सेना ने पूर्वी पाकिस्तान पर नियंत्रण स्थापित कर लिया. फिर पाकिस्तान के सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया. इसके बाद पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश के रूप में एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अस्तित्व में आया.
Source: IOCL























