CM देवेंद्र फडणवीस ने 5 यूनिवर्सिटीज को सौंपा लेटर ऑफ इंटेंट, कहा- 'भारत ने खोले ज्ञान के दरवाजे'
Mumbai Rising Programme: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पांच इंटरनेशनल यूनिवर्सिटीज को लेटर ऑफ इंटेंट सौंपा. इस दौरान उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत में ज्ञान के दरवाजे खोले गए हैं.

Mumbai Rising Programme: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार (14 जून) को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ 'मुंबई राइजिंग- क्रिएटिंग एन इंटरनेशनल एजुकेशन सिटी' प्रोजेक्ट के तहत महाराष्ट्र में कैंपस के लिए 5 प्रतिष्ठित इंटरनेशनल यूनिवर्सिटीज अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों को लेटर ऑफ इंटेंट सौंपा.
मुंबई राइजिंग कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "यूजीसी ने पांच विश्वविद्यालयों को आशय पत्र दिया है. उनके परिसर महाराष्ट्र में बनाए जाएंगे. ये पांच विश्वविद्यालय हैं एबरडीन विश्वविद्यालय, यॉर्क विश्वविद्यालय, इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय और आईडी यूरोपीय डिजाइन संस्थान. पीएम मोदी के नेतृत्व में एनईपी ने भारत में ज्ञान के दरवाजे खोले हैं."
🔸CM Devendra Fadnavis and Union Minister Dharmendra Pradhan granted Letters of Intent (LOIs) to five international universities to establish campuses in Maharashtra — a project facilitated by the ‘Mumbai Rising – Creating an International Education City’ campaign
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) June 14, 2025
✅ University… pic.twitter.com/TmiTnSgyNC
इन यूनिवरसिटीज को मिला लेटर ऑफ इंटेंट
यूनिवर्सिटी ऑफ एबरडीन, स्कॉटलैंड
यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क, इंग्लैंड
यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया
इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, शिकागो
इस्टिटूटो यूरोपा डी डिजाइन, मिलान
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कार्यक्रम के दौरान ये भी कहा, "आज, सबसे पहले, मैं भारत के लिए नई शिक्षा नीति की परिकल्पना करने के लिए भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करना चाहता हूं. जैसा कि ठीक ही कहा गया है, पिछले 20 वर्षों से, हम अक्सर सुनते आ रहे हैं कि भारत जल्द ही न केवल भारतीय छात्रों को बल्कि दुनिया भर से आने वाले छात्रों को भी विश्व स्तरीय वैश्विक शिक्षा प्रदान करने वाले प्रतिष्ठित विदेशी विश्वविद्यालयों की उपस्थिति का गवाह बनेगा. हालांकि, लंबे समय तक, यह केवल एक बातचीत ही रही."
मुख्मंत्री ने आगे कहा, "आज, जब हम यहां विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित पांच विश्वविद्यालयों को आशय पत्र (एलओआई) सौंप रहे हैं, तो मैं भारत सरकार, मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और यूजीसी को सबसे कम समय यानी एक महीने में इसे संभव बनाने के लिए दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं. यह मोदी सरकार की उल्लेखनीय गति और दक्षता का भी प्रमाण है, क्योंकि आज इन सभी विश्वविद्यालयों को उनके एलओआई मिल रहे हैं."
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Source: IOCL























