वनवासियों को मुख्यधारा में लाने के लिए पद्मश्री, अवार्ड की घोषणा पर क्या बोले चैतराम पवार?
Padma Award 2025: महाराष्ट्र की पांच शख्सियत को पद्म पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है. इनमें से चार को पद्मश्री और एक शख्सियत को पद्म भूषण देने का ऐलान किया गया है.

Maharashtra News: महाराष्ट्र के धुले जिले में इस वक्त खुशी की लहर है क्योंकि उनके अपने चैतराम पवार को वन, प्रकृति और जल संरक्षण की दिशा में किए गए उल्लेखनीय कार्य के लिए पद्मश्री देने की घोषणा की गई है. 2025 के पद्म पुरस्कारों की घोषणा के बाद चैतराम पवार की प्रतिक्रिया आई है और उन्होंने कहा कि यह हमारे जिले के लिए गौरव की बात है.
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में धुले के बरिपाड़ा के रहने वाले चैतराम पवार ने कहा, ''हम वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यकर्ता हैं. राष्ट्रनिर्माण के लिए जनजाति समाज जिन्हें वनवासी भी कहा जाता है, उनको मुख्य धारा में लाना है यानी कि जंगल जल जमीन को संभालकर हमें शास्वत विकास करना है. ये काम करते समय सरकार ने इसकी दखल ली और पुरस्कार दिया, इसके लिए सरकार का अभिनंदन करुंगा. हमारे साथ जो संगठन के लोग काम कर रहे हैं. गांव और जिला के लोग जुड़े हैं. उनके और देश के लिए गौरव है.''
सभी कार्यकर्ताओं के लिए सम्मान की बात - चैतराम पवार
चैतराम पवार ने कहा, ''हमें खुशी तो बहुत है. हजारों कार्यकर्ता काम करते हैं. यह सबको मिला सम्मान है. इस खुशी में और काम आगे बढ़ाएंगे. अलग अलग क्षेत्र में काम करेंगे. पुरस्कार देकर सरकार ने जो पीठ थपथपाई तो हमें और तेजी से काम करना है. पुरस्कार तो कल शाम को घोषित हुआ जब तय करेंगे लेटर आएगा तो लेने जाएंगे.'' बता दें कि मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कुछ वर्ष पहले चैतराम पवार का उल्लेख किया था.
महाराष्ट्र में इन्हें पद्म पुरस्कार
महाराष्ट्र में पांच शख्सियत को पद्म पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है. चैतराम पवार, डॉ, विलास डांगरे और प्रख्यात एक्टर अशोक सर्राफ को पद्मश्री से नवाजा जाएगा. इसके अलावा अश्विनी भिड़े-देशपांडे को भी पद्मश्री देने की घोषणा की गई है. जबकि लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम मनोहर जोशी को मरणोपरांत पद्म भूषण देने की घोषणा की गई है.
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Source: IOCL






















