चाचा शरद पवार के गढ़ में पकड़ मजबूत करने की तैयारी में अजित पवार, लिए कई बड़े फैसले
Ajit Pawar News: सातारा में शरद पवार की भी मजबूत पकड़ है. ऐसे में अजित पवार ने यहां के विकास को लेकर गए फैसलों का आगामी स्थानीय चुनाव में असर देखने को मिल सकता है.

Ajit Pawar News: महायुति सरकार में उपमुख्यंत्री और एनसीपी के प्रमुख अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार के गढ़ माने जाने वाले सतारा में अपनी पकड़ मजबूत करने की तैयारी कर ली है. सतारा को लेकर अजित पवार ने कई बड़े फैसले लिए हैं.
दरअसल, डिप्टी सीएम अजित पवार की अध्यक्षता में बुधवार (11 जून) को मंत्रालय में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में सातारा जिले के संगम माहुली स्थित शिवकालीन राजघाट क्षेत्र के समग्र विकास का निर्णय लिया गया. इसमें काशीविश्वेश्वर, संगमेश्वर व रामेश्वर मंदिरों के जीर्णोद्धार, महारानी ताराबाई, येसूबाई और पहले शाहू महाराज की समाधियों का संरक्षण, टूटे झूलते पुल का पुनर्निर्माण और घाट परिसर का समुचित विकास शामिल है.
सतारा का बड़ा योगदान
इस मीटिंग में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि सतारा शहर का स्वराज्य स्थापना और मराठा साम्राज्य के विस्तार में बड़ा योगदान रहा है. यहां की ऐतिहासिक वास्तुकला और नागरिकों की भावनात्मक जुड़ाव को ध्यान में रखते हुए, राजघाट और समाधि स्थलों का पुनर्विकास किया जाना चाहिए. पारंपरिक स्थापत्य शैली और पत्थरों का प्रयोग करते हुए, नए निर्माण पुराने ढांचे से मेल खाते हों, इस पर जोर दिया गया. साथ ही, बारिश के मौसम में डैम से आने वाले पानी और नदी की वहन क्षमता का ध्यान रखते हुए पर्यावरण संरक्षण पर भी बल दिया गया.
विकास के लिए दिए जाएंगे 311 करोड़
उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सभी कार्य हरित लवाद और संबंधित विभागों की पूर्व स्वीकृति के साथ ही हों, भूमि विवाद से मुक्त हो और निर्माण समयबद्ध तरीके से हों, इसकी जिम्मेदारी सार्वजनिक निर्माण विभाग उठाए. बैठक में सार्वजनिक निर्माण मंत्री शिवेंद्रराजे भोसले, बंदर विकास मंत्री नितेश राणे उपस्थित थे. अजित पवार ने यह भी कहा कि राजघाट क्षेत्र के पुनर्विकास के लिए अनुमानित 311 करोड़ की निधि चरणबद्ध रूप से उपलब्ध कराई जाएगी और कार्य पूर्ण होने के बाद स्थाई सफाई, देखरेख और रखरखाव की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी.
अजिंक्यतारा किले का भी होगा विकास
सातारा के ऐतिहासिक अजिंक्यतारा किले की महत्ता को ध्यान में रखते हुए, राजसदर का पुनर्निर्माण, तलाबों का संरक्षण, तटबंदी और मुख्य द्वार की मरम्मत, ध्वस्त बुर्जों और प्राचीन वास्तु का जीर्णोद्धार, पर्यटकों के लिए सूचना केंद्र, पक्षी निरीक्षण सुविधा और पैदल पथ जैसे कार्य पुरातत्व विभाग के मार्गदर्शन में करने का निर्णय भी इस बैठक में लिया गया. इसके लिए अनुमानित 113 करोड़ की चरणबद्ध निधि स्वीकृत की जाएगी.
शरद पवार की है मजबूत पकड़
बता दें कि पश्चिम महाराष्ट्र के सातारा जिले में शरद पवार की भी मजबूत पकड़ है. ऐसे में अजित पवार ने विकास के लिए निर्णय लिए हैं और आने वाले दिनों में स्थानीय चुनाव को देखते हुए अजित पवार का यह फैसला अहम माना जा रहा है.
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