C-20 Sewa Summit: भोपाल में दो दिवसीय सी- 20 सिविल सेवा सम्मेलन, 16 देशों के प्रतिनिधि होंगे शामिल, पांच सत्रों का आयोजन
Bhopal News: C-20 सेवा सम्मेलन में ‘सेवा ही सर्वोच्च धर्म है’विषय पर विचार-विमर्श होगा. पहले दिन पांच सत्रों का आयोजन होगा. सम्मेलन का पहला सत्र दोपहर 12 से शुरू होगा.
C-20 Sewa Summit In Bhopal: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में दो दिवसीय C-20 सेवा कार्यकारी समूह का सेवा सम्मेलन शुरू हुआ. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम एमएसएमई मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा ने कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में इस सम्मेलन का शुभारंभ किया. शुभारंभ सत्र में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्रबुद्धे, खलीफा बिन जॉयेद अल नाहयन फाउंडेशन के जनरल डायरेक्टर मोहम्मद हाजी अल खूरी, आईएसआरएन के सीईओ और सेवा सम्मेलन के राष्ट्रीय समन्वयक संतोष गुप्ता मौजूद रहे.
C-20 सेवा सम्मेलन में ‘सेवा ही सर्वोच्च धर्म है’विषय पर विचार-विमर्श होगा. पहले दिन पांच सत्रों का आयोजन होगा. सम्मेलन का पहला सत्र दोपहर 12 से शुरू होगा. इस सत्र में भारतीय परिदृश्य में वैश्विक रूप से सेवा भाव पर विचार रखे जाएंगे. सत्र में सेवा के क्षेत्र में स्वयंसेवी संस्थाओं की भूमिका और सहयोग से समग्र विकास पर चर्चा होगी. खलीफा बिन जॉयेद अल नाहयन फाउंडेशन के जनरल डायरेक्टर मोहम्मद हाजी अल खूरी, प्लान इंडिया के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर मोहम्मद आसिफ और जॉन स्नो इंडिया के कंट्री और मैनेजिंग डायरेक्टर संजय कपूर इस पर अपने विचार रखेंगे.
दोपहर दो बजे से दूसरा सत्र
इसके बाद दोपहर दो बजे से दूसरा सत्र शुरु होगा. सत्र में विकास के लिए सेवा और कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी सीएसआर पर चर्चा होगी. इस पर शिवगंगा झाबुआ के फाउंडर मेंबर राजाराम कटारा, विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत और सेवा इंटरनेशनल इंडिया के ग्लोबल कॉर्डिनेटर श्याम परांडे अपने विचार रखेंगे. सत्र का संचालन यूथ फॉर सेवा इंडिया के किरन डीएम करेंगे. 3:15 बजे से तीसरे सत्र में बेस्ट प्रेक्टिसेस ऑफ इंडिपेंडेंट सेवा योगीज पर चर्चा की जाएगी. इस सत्र में समाज में बदलाव लाने वाले व्यक्तियों के कार्यों पर विचार रखे जाएंगे.
महिलाओं की भागीदारी और संयुक्त प्रयास पर चर्चा
पर्यावरणविद जगत किनखाबवाला, पर्यावरणविद और उद्यमी अश्विनी खुराना, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के नेशनल कन्वेनर गोपाल आर्य और गिव मी ट्रीज के फाउंडर स्वामी प्रेम परिवर्तन पीपल बाबा इस पर विचार रखेंगे. इस सत्र का संचालन महर्षि आध्यात्म विश्वविद्यालय के सियान क्लार्क करेंगे. सम्मेलन के चौथे सत्र में महिलाओं की भागीदारी और संयुक्त प्रयास पर चर्चा होगी. इस सत्र में विवेकानंद केन्द्र कन्याकुमारी की वाइस प्रेसीडेंट पद्मश्री निवेदिता भिड़े, राइजिंग फ्लेम की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और फाउंडर निधि गोयल और भारतीय स्त्री शक्ति की वाइस प्रेसीडेंट नयना सहस्रबुद्धे इस पर अपने विचार रखेंगी. इस सत्र का संचालन सहगल फाउंडेशन की ट्रस्टी और सीईओ अंजलि मखीजा करेंगी.
वहीं सम्मेलन के पहले दिन का अंतिम सत्र शाम 5:30 बजे से होगा. इस सत्र में वक्ता वसुधैव कुटुम्बकम की भावना के वैश्वीकरण पर अपने विचार रखेंगे. आईएसआरएन के सीईओ और सेवा सम्मेलन के नेशनल कॉर्डीनेटर संतोष गुप्ता और आईएसआरएन के एसोसिएट डायरेक्टर आशीष मंशारमानी इस पर अपने विचार रखेंगे. इस सत्र का संचालन संत ईश्वर फाउंडेशन की नेशनल सेक्रेटरी वृंदा खन्ना करेंगी.