NIA Raid Jharkhand: मजदूर संगठन का माओवादी से कनेक्शन! एनआईए ने शहर के इन चार ठिकानों पर की छापेमारी
NIA raid News: एनआईए की अलग-अलग टीमों ने बीते मंगलवार को झारखंड के बोकारो, धनबाद और रामगढ़ में विभिन्न स्थानों पर सामाजिक कार्यकर्ताओं, ट्रेड यूनियन नेताओं और एक पत्रकार के घरों पर छापेमारी की.
Jharkhand News: नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (एनआईए) की टीम ने बोकारो के जिले में चार ठिकानों पर छापेमारी की है. NIA ने मजदूर संगठन समिति से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की. जिन ठिकानों पर छापेमारी की गई, उनमें मजदूर संगठन समिति के केंद्रीय महासचिव बच्चा सिंह का कार्यालय भी शामिल है. बता दें बच्चा सिंह बोकारो थर्मल प्लांट में सप्लाई मजदूर के रूप में काम करता है. बताया जा रहा है कि मजदूर संगठन समिति पर 2008 में प्रतिबंध लगाया गया था. इस संस्थान को भाकपा माओवादी संगठन का अंग मानते हुए प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन साल 2022 में कोर्ट ने यह प्रतिबंध हटा लिया. वहीं अब फिर से इस संगठन के तार भाकपा माओवादी से जुड़ रहे हैं. पिछले महीने भी कोल्हान के कुछ जिलों में छापेमारी की गई थी. छापेमारी के दौरान भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई थी.
आपको बता दें कि बच्चा सिंह को नक्सली घटना से जुड़े मामले में पहले भी गिरफ्तार किया गया था. काफी दिनों तक जेल में रहने के बाद अभी वो जमानत पर बाहर है.
बोकारो का एक पहाड़ नक्सली ट्रेनिंग का है गढ़
बोकारो का झुमरा पहाड़ इलाका कभी रेड कॉरिडोर का गढ़ माना जाता था. आसपास के जिलों सहित कई प्रदेशों के नक्सलियों का यहां न सिर्फ जमावड़ा लगता था बल्कि नेपाल सहित कई प्रदेशों के युवाओं के लिए यहां नक्सली ट्रेंनिंग कैम्प स्थापित हुआ करता था.
नक्सलियों के शहर में छुपे रहने की मिली थी जानकारी
झुमरा पहाड़ और उसके तलहटी स्थित गांव में छुपकर नक्सली बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, हजारीबाग और चाईबासा के क्षेत्रों में घटनाओं को अंजाम देने थे. वहीं नक्सली घटनाओं को अंजाम देकर जंगली रास्तो से होकर वापस झुमरा पहाड़ पहुंच जाते थे. सुरक्षा बलों की कार्रवाई के बाद अब इस दुर्गम क्षेत्र में आवागमन सहज हो जाने से नक्सलियों ने ठिकाना बदल लिया है. नक्सली अब छद्म नामों से शहर में छुप कर रह रहे हैं.इसी वजह से एनआईए की ओर से ये कार्रवाई की गई.
स्वतंत्र पत्रकार रूपेश सिंह भी हुए थे गिरफ्तार
झारखंड के स्वतंत्र पत्रकार रूपेश कुमार सिंह को पिछले साल 17 जुलाई को रामगढ़ स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया था. रूपेश पर झारखंड की सरायकेला खरसावां जिले की पुलिस ने नक्सलियों से संपर्क रखने का आरोप लगाया था.
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