हिमाचल के मंडी में लैंडस्लाइड से फिर तबाही, 39 परिवार बेघर होने की कगार पर
Mandi Landslides: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से मंडी जिले के सपड़ी गांव में भूस्खलन हुआ है, जिससे 39 परिवार बेघर होने के कगार पर हैं. पीड़ितों के पास घर बनाने के लिए जमीन भी नहीं है.

जून महीने के अन्त से शुरू हुई बरसात का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है, बरसात का मौसम हिमाचल प्रदेश में जमकर अपना कहर बरपा रहा है, बरसात की इस आपदा में ना जाने कितने घर गिरकर धराशायी और ना जाने कितने घरों को दरारों ने जकड़ लिया है. वहीं बीती रात हुई भारी बारीश के चलते मण्डी जिला के धर्मपुर के सपड़ी गावं में लैण्डस्लाईड हो गया जिसके कारण अब 39 परिवारों पर बेघर होने का खतरा मण्डरा रहा है.
बीती रात हुई भारी बारीश के चलते धर्मपुर के अंतर्गत आने वाली सरसकान पंचायत के सपड़ी गांव में तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है, भारी लैण्डस्लाई होने की वजह से तकरीबन 39 परिवारों को बेघर होने का खतरा मण्डरा रहा है.
पीड़ितों के पास घर बनाने के लिए भी नहीं है जमीन
बाढ़ पीड़ित रिश्तेदारों के घर और सरकारी तिरपाल के तंबुओं में शरण लिए हुए हैं. कुछ जगहों पर भोजन भी नहीं पहुंच रहा है. गौशालाएं, फलदार पेड़ और खेत भी तबाह हो गए हैं. गलियों और रास्तों के टूटने से लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है. कुछ मोहल्लों में जमीन पूरी तरह बैठ गई है. पीड़ितों के पास घर बनाने के लिए जमीन भी नहीं है.
पीड़ित परिवारों से मिलकर उनका दूख किया साझा
वहीं धर्मपूर क्षेत्र के पूर्व बीजेपी प्रत्याशी रजत ठाकुर ने घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मिलकर उनका दूख सांझा किया, रजत ठाकुर का कहना है कि सपड़ी गांव लैण्डस्लाईड की चपेट में आ चुका है. सपड़ी और रह गावं के तकरीबन 39 परिवार खतरे की जद में हैं, लगातार स्लाईडिंग हो रही है.
रजत ठाकुर ने सरकार और प्रशासन से की मांग
उन्होंने कहा कि एक बड़ी चटटान ने मलबे को रोककर रखा है, अन्यथा पत्थरों का मलबा घरों को जमींदोज कर सकता था, उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की कि सपड़ी और रह गांव को सुरक्षित करने के लिये बरसात के मौसम के बाद वहां पर एहतियाति कदम उठाये जायें और नालों व बरसात के पानी को चैनलाईज किया जाये ताकि आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके.
Source: IOCL
























