Haryana: गुरुग्राम में जलभराव और ट्रैफिक जाम पर उठे सवाल, वकील ने कोर्ट में दायर की अपील
Haryana News: वकील मनीष शांडिल्य ने गुरुग्राम में बार-बार होने वाले जलभराव, खुले नाले और खराब सीवरेज सिस्टम को लेकर सेशन कोर्ट में अपील दायर की. उन्होंने कहा कि करोड़ों फंड का कोई असर नहीं हो रहा.

हरियाणा के गुरुग्राम सेशन कोर्ट में वकील मनीष शांडिल्य ने एक अपील दायर की है. यह अपील शहर में बार-बार होने वाले जलभराव, खुले नाले और खराब सीवरेज सिस्टम जैसी समस्याओं को लेकर है. मनीष शांडिल्य का कहना है कि यह मामला मूल रूप से नागरिक अदालत में दायर सार्वजनिक उपद्रव से जुड़ा हुआ है. उन्होंने बताया कि इस मुकदमे में दो वादी हैं, जिन्होंने आम जनता के हित में कदम उठाया है.
अपील में तीन पक्ष शामिल
अपील में तीन पक्षों को शामिल किया गया है. पहला है गुरुग्राम नगर निगम (MCG) के आयुक्त, दूसरा उपायुक्त और तीसरा डीसीपी ट्रैफिक. वकील का कहना है कि ये सभी अधिकारी शहर के उन मामलों में जिम्मेदार हैं जो नागरिक सुविधाओं और बुनियादी ढांचे से जुड़ी हैं.
बार-बार जलभराव से जनता परेशान
गुरुग्राम में बारिश के दौरान बार-बार जलभराव की समस्या बनी रहती है. खुले नाले और खराब सीवरेज सिस्टम के कारण ट्रैफिक जाम लगना आम बात हो गई है. लोग रोजाना इन परेशानियों का सामना कर रहे हैं. पुलिस रिपोर्टों के अनुसार, इन हालातों में कई बार जान-माल की हानि हुई है और कुछ मामलों में एफआईआर भी दर्ज की गई हैं.
सड़कों और सीवरेज के लिए करोड़ों खर्च
हरियाणा सरकार हर साल गुरुग्राम जिले के लिए करोड़ों रुपये आबंटित करती है. जानकारी के अनुसार, लगभग 100 करोड़ रुपये विशेष रूप से सड़क रखरखाव, सीवरेज और ड्रेनेज के काम के लिए दिए जाते हैं. गुरुग्राम राज्य का सबसे अधिक राजस्व देने वाला जिला है, लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि ये फंड्स कहां और कैसे खर्च हो रहे हैं.
वकील मनीष शांडिल्य का कहना है कि साल दर साल शहर की बुनियादी सुविधाएं खराब होती जा रही हैं. जनता को रोजाना परेशानियों का सामना करना पड़ता है और ट्रैफिक जाम जैसे हालात आम हो गए हैं.
उनका यह भी कहना है कि जब इतने बड़े बजट के बावजूद स्थिति नहीं सुधर रही, तो जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब मांगना जरूरी हो गया है.
Source: IOCL




















