Gujarat Election 2022: गुजरात चुनाव से पहले NCP को झटका, आप में शामिल हुईं कोटा आंदोलन की पूर्व नेता रेशमा पटेल
Gujarat Election: गुजरात में राकांपा (NCP) को चुनाव से पहले झटका लगा है. टिकट नहीं मिलने से नाराज रेशमा राकांपा छोड़कर आप में शामिल हुई हैं.

Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात में आरक्षण की मांग को लेकर हुए कोटा आंदोलन की पूर्व नेता रेशमा पटेल ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का साथ छोड़ने के महज एक दिन बाद आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है. राज्य विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने से नाराज रेशमा राकांपा छोड़कर आप में शामिल हुई हैं. गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को मतदान होना है. वोटों की गिनती आठ दिसंबर को होनी है.
राघव चड्डा ने दिलाई सदस्य्ता
आप के राज्यसभा सदस्य और गुजरात के सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पटेल को आप की प्राथमिक सदस्यता दिलायी और रेखांकित किया कि गुजरात में 2015 पाटीदार कोटा आंदोलन का वह प्रमुख चेहरा रही थीं. चड्ढा ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि उन जैसे व्यक्तित्व से आप को लाभ होगा और गुजरात में पार्टी मजबूत होगी. कौन उम्मीदवार कहां से चुनाव लड़ेगा यह फैसला आप की राजनीतिक मामलों की समिति करेगी. पटेल के आप में शामिल होने का प्रभाव सिर्फ एक सीट या एक जिले पर नहीं बल्कि पूरे गुजरात पर होगा.’’
क्या बोलीं रेशमा पटेल?
पटेल ने कहा कि उन्होंने हमेशा गरीबों और वंचित तबके के लोगों की आवाज उठायी है और अब वह अपनी ऊर्जा और समय ऐसी ‘‘पार्टी में लगाना चाहती हैं जिसपर गुजरात का भविष्य टिका है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘(आप के राष्ट्रीय समन्वयक) अरविंद केजरीवाल खुद भी आंदोलन से ऊभरे हैं. इसका मतलब है कि वह प्रदर्शन करने वालों की भावनाओं को समझ सकते हैं और यही वजह है कि आज मैं आप में शामिल हो रही हूं. मुझे विश्वास है कि केजरीवाल के नेतृत्व में और समर्पित आप कार्यकर्ताओं के साथ, मैं अपनी ताकत बढ़ाने और जनता के लिए काम करने में सफल होउंगी.’’
राकांपा (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) और कांग्रेस (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस) ने हाल ही में गुजरात विधानसभा के लिए चुनावपूर्व गठबंधन की घोषणा की है जिसके तहत शरद पवार नीत पार्टी तीन सीटों उमरेठ (आणंद जिला), नरोदा (अहमदाबाद) और देवगढ़ गरिया (दाहोद जिला) पर चुनाव लड़ेगी. गुजरात में राकांपा के महिला मोर्चा की प्रमुख पटेल को राजकोट जिले के गोंदल सीट से टिकट चाहिए थी क्योंकि वह क्षेत्र में काफी सक्रिय थीं, और उन्होंने गठबंधन की घोषणा होने से एक दिन पहले वहां से पर्चा भरने की बात भी कही थी.
हार्दिक पटेल के नेतृत्व में हुए आरक्षण आंदोलन के आयोजक ‘पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास)’ में रेशमा महत्वपूर्ण चेहरा रहीं थीं. गुजरात में दिसंबर 2017 में हुए विधानसभा चुनावों से पहले रेशमा बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) में शामिल हुई थीं, लेकिन 2019 में वह राकांपा में चली गईं. बीजेपी में शामिल होते वक्त 2017 में उन्होंने हार्दिक पटेल पर ‘कांग्रेस का एजेंट’ होने का आरोप लगाया था. हार्दिक पटेल बाद में बीजेपी में शामिल हो गए और पार्टी ने उन्हें अहमदाबाद जिले के विरमगाम से टिकट दिया है.
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Source: IOCL























