Chhattisgarh: CM बघेल का फैसला- सभी जिलों में लगेगी छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा, क्या हैं सियासी मायने?
Chhattisgarh Mahtari: रायपुर में सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण किया. 1200 किलो वजन वाले इस प्रतिमा को एक महीने में तैयार किया गया. पद्मश्री जेएम नेल्सन ने मूर्ति बनाई है.

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा लगाई जाएगी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर जिला कलेक्ट्रेट में छत्तीसगढ़ महतारी की एक प्रतिमा का अनावरण किया और सभी जिलों में प्रतिमा लगाने का फैसला किया है. इसका आने वाले विधानसभा चुनाव में कितना असर होगा. क्या बीजेपी भी इस छत्तीसगढ़िया वाद को फॉलो करेगी.
छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा लगाने के मायने?
दरअसल राजधानी रायपुर में मंगलवार को छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण किया गया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर कलेक्टोरेट चौक में रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा नवनिर्मित प्रतिमा का अनावरण किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी हमारे राज्य की अस्मिता, सम्मान और स्वाभिमान का प्रतीक है. छत्तीसगढ़ की माटी की परंपरा और लोक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिमा स्थापित की गई है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सभी जिलों में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमाएं लगाने का फैसला किया गया है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य के पारंपरिक त्योहारों, खेलों, कला और संस्कृति को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दे रही है.

'छत्तीसगढ़िया वाद' की प्रमुख निशानी
छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा राज्य में छत्तीसगढ़िया वाद की प्रमुख निशानी है. छत्तीसगढ़ लोग छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा करते है और अपना गौरव मानते हैं. राज्य में भूपेश बघेल की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ महतारी के सम्मान पर कांग्रेस काम करने का दावा कर रही है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के सभी जिलों में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा लगाने के निर्देश दिए है. इससे पहले सभी शासकीय दफ्तरों में छत्तीसगढ़ महतारी की फोटो और शासकीय आयोजन की शुरुआत में छत्तीसगढ़ महतारी की पुर्जा अर्चना करने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया था.
पारंपरिक त्योहार मनाए जाते हैं
इसका 2023 विधानसभा चुनाव में भी असर देखने को मिल सकता है. क्योंकि पिछले चार साल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ से छत्तीसगढ़िया का एक लंबा सफर तय किया है. राज्य के प्रमुख तीज त्यौहार और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए गए है. पिछले चार साल से तीजा-पोला त्यौहार मुख्यमंत्री निवास में मनाया जा रहा है. गोवर्धन पूजा भी मुख्यमंत्री निवास में मनाया जाता है.
अमित शाह ने पोला त्यौहार पर किया था बैलों की पूजा
इसके बाद अब बीजेपी भी छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति को फॉलो करते हुए नजर आ रही है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह इस साल दिवाली त्यौहार पर अपने निवास में सुआ नृत्य में शामिल हुए थे. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पोला त्यौहार के दिन रायपुर में बैलों की पूजा अर्चना की थी. वहीं अब बीजेपी इस महीने के 11 तारीख को बिलासपुर में करने जा रही आंदोलन को भी छत्तीसगढ़ी नाम दिया है. बीजेपी बिलासपुर में महतारी हुंकार रैली करने जा रही है.इन सभी के मायने समझने की कोशिश की जाय तो 2023 के विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़िया वाद काफी अहम होने वाला है.
गौरतलब है जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में स्मार्ट सिटी रायपुर और नगर निगम ने छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा तैयार किया है. रायपुर कलेक्टोरेट चौक में 11 फुट ऊंची और 1200 किलो वजनी कांस्य प्रतिमा का निर्माण किया गया है.अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार पद्मश्री जेएम नेल्सन के द्वारा किया गया है. उन्होंने केवल एक महीने के भीतर इस 1200 किलो वजनी प्रतिमा को तैयार किया है. वहीं इस प्रतिमा स्थल का संरचनात्मक स्वरूप रायपुर के ऑर्किटेक्ट मनीष पिल्लेवार ने तैयार किया है.
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