International Women's Day | SUTA Sarees | क्योंकि साड़ियां केवल महफिलों के लिए नहीं, खुद के लिए भी होती हैं | FYI | Ep. 03
Episode Description
क्या आपको याद है कि आपकी दादी-नानी कैसी मलमल की साड़ियां पहना करती थीं - वो साड़ियां जो दिल को सुकून और आँखों को ठंडक पहुंचाती थीं। मगर कुछ समय से वो साड़ियां खो सी गईं और उनकी जगह लेली भारी-भरकम मगर असहज साड़ियों ने, net ने। Suta ने इस गैप को समझा और ले आयीं एक ऐसा साड़ी ब्रांड जहाँ आपको किफायती दामों में बेहतरीन मलमल से लेकर सिल्क और बनारसी साड़ियां मिलेंगी। इनकी खासियत ये है कि 2 महिलाओं ने, जो बहनें हैं, ने कई बार फेल होने के बाद 5 लोगों के साथ Suta को खड़ा किया था और 6 सालों के अंदर-अंदर इनके पास 16000 बुनकर हैं और 150 लोग office में काम करते हैं। मगर आख़िर कैसे केवल 6 सालों में बना ये छोटा मलमल की साड़ियों वाला ब्रांड इंडिया का सबसे मशहूर साड़ी ब्रांड और कैसे अपने काम के द्वारा कर रही हैं दोनों बहनें नारी सशक्तिकरण, ये जानेंगे इसे चलाने और बढ़ाने वाली सुजाता और तान्या से। तो उन्ही से सुनिए उनकी कहानी।
Host and Producer: @jhansiserani
Sound designer: @lalit1121992
Guest: @suta_bombay
























