North Korea: क्या है नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की घोड़ों को ट्रेनिंग देने के पीछे की वजह?
उत्तर कोरिया की हालिया सैटेलाइट तस्वीरें बताती हैं कि तानाशाह किम जोंग उन कई बैरकों में घोड़ों को ट्रेनिंग देने के लिए 12 से अधिक ट्रेनिंग सेंटर बना रहा है.
Kim Jong Un Cavalry: बीते 3 सालों में जब दुनिया के बाकी देश कोविड महामारी की विभीषिका से जूझ रहे थे तो ठीक उसी वक्त नॉर्थ कोरिया ने अपनी सैन्य टैक्टिक्स में बड़े बदलाव किए. एक तरफ जहां उसने बीते सालों में जमकर परमाणु क्षमता वाली मिसाइल टेस्ट कीं तो वहीं जमीन पर उसने अपनी सैन्य नीति को भी बदल दिया.
हालिया सैटेलाइट तस्वीरें बताती हैं कि उत्तर कोरिया का तानाशाह अपनी सेना कोरियाई पीपुल्स आर्मी की कई बैरकों में घोड़ों को ट्रेनिंग देने के लिए 12 से अधिक ट्रेनिंग सेंटर बना रहा है. जहां पर वह कथित रूप से घोड़ों को सैन्य ट्रेनिंग देगा.
समाचार एजेंसी नॉर्थ कोरिया प्रो के मुताबिक वह अभी तक इन बैरकों में 12 हॉर्स ट्रेनिंग फैसिलिटी का निर्माण कर चुका है तो वहीं, वह 5 और फैसिलिटी का निर्माण कर रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक किम जोंग उन ने 2010 से लेकर अब तक रूस से 600,000 डॉलर से अधिक रुपये घोड़ों के आयात पर खर्च किए हैं, जिसमें पिछले तीन सालों में उसने और 70 घोड़े खरीदे हैं.
अपने आवास पर भी बनवाया घोड़ों के लिए ट्रैक
2019 में भी किम जोंग ने अपने सरकारी आवास पर भी घोड़ों के लिए अस्तबल और ट्रैक बनवाया है. किम जोंग के हालिया वर्षों में घोड़ों के प्रति इतने प्रेम का मतलब अभी स्पष्ट नहीं हो सका है. हालांकि रक्षा विशेषज्ञों ने इस संभावना से इंकार नहीं किया है कि किम इन घोड़ों का युद्ध में प्रयोग नहीं करेगा. उत्तर कोरिया की राजनीति को समझने वाले लोगों के मुताबिक किम जोंग उन का परिवार बीती कई पीढ़ीयों से अच्छी नस्ल के घोड़ों का शौकीन था.
क्यों बन रहे हैं इतने अस्तबल?
उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने भले ही इस सवाल के बारे में कोई जवाब नहीं दिया हो लेकिन समाचार एजेंसी नार्थ कोरिया प्रो ने कहा है कि इन घोड़ों का इस्तेमाल युद्ध के दौरान किया जा सकता है. तो वहीं घोड़े और मुख्यत: सफेद घोड़ो कोरियाई संस्कृति में शक्ति का प्रतीक माना गया है.
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