पहली उड़ान भरने के सिर्फ 18 सेकंड बाद आग के गोले में बदल गया जर्मनी का स्पेक्ट्रम रॉकेट, हादसे का वीडियो देख डर जाएंगे
30 मार्च 2025 को जर्मनी की स्पेक्ट्रम रॉकेट अपनी पहली उड़ान में तकनीकी खराबी के कारण असफल हो गया

30 मार्च 2025 को जर्मनी की स्पेस कंपनी इसार एयरोस्पेस का स्पेक्ट्रम रॉकेट अपनी पहली उड़ान में असफल हो गया. यह रॉकेट नॉर्वे के एंडोया स्पेसपोर्ट से लॉन्च किया गया था, लेकिन लॉन्च के महज 18 सेकंड बाद ही रॉकेट में एक गंभीर तकनीकी खराबी आई, जिससे वह नियंत्रण से बाहर हो गया और अंत में विस्फोट हो गया.
अब तक मिली जानकारी के अनुसार रॉकेट का वेक्टर कंट्रोल सिस्टम ठीक से काम नहीं कर पाया था, जिसके चलते रॉकेट की गति और दिशा को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया. इसके बाद, रॉकेट में इंजन की पावर भी बंद हो गई और अंत में फ्लाइट को समाप्त कर दिया गया. इस दौरान रॉकेट जमीन पर गिरते हुए एक बड़े विस्फोट के साथ जलकर नष्ट हो गया.
मिशन का मुख्य उद्देश्य था डेटा एकत्र करना
इस टेस्ट मिशन में कोई पेलोड यानी उपग्रह नहीं था. इसार एयरोस्पेस का मुख्य उद्देश्य रॉकेट के प्रदर्शन के बारे में डेटा एकत्र करना था. इस तरह की असफलता भी किसी मिशन के लिए नई जानकारियां इकट्ठा करने में मदद करती है, जो भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए जरूरी होती हैं.
LAUNCH! Isar Aerospace's Spectrum rocket launches from the Orbital Launch Pad at the Andøya Space Center in Norway.
— NSF - NASASpaceflight.com (@NASASpaceflight) March 30, 2025
Overview:https://t.co/64HcC1kqIH
Live Isar/NSF:https://t.co/aGH02uqNum
And failed early in first stage flight. That's why it's a test flight. pic.twitter.com/SfolnqhtBu
यूरोप का पहला ऑर्बिटल रॉकेट लॉन्च
यह लॉन्च यूरोप के लिए एक ऐतिहासिक कदम था क्योंकि यह एंडोया स्पेसपोर्ट से पहली बार किसी ऑर्बिटल रॉकेट का प्रक्षेपण था. हालांकि यह मिशन असफल रहा, फिर भी इसने यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसियों के लिए एक नई दिशा का संकेत दिया है.
Video of Isar Aerospace Spectrum hitting the ground.
— VSB - Space Coast West (@spacecoastwest) March 30, 2025
Video from @vgnett pic.twitter.com/lnCe90a17l
इसार एयरोस्पेस की उम्मीदें बनी रहीं
इसार एयरोस्पेस के CEO डैनियल मेट्ज़लर ने कहा कि इस मिशन से मिले डाटा काफी महत्वपूर्ण हैं और इससे रॉकेट के कई अहम सिस्टम जैसे फ्लाइट टर्मिनेशन सिस्टम की पुष्टि हुई है. उनका कहना था कि इस असफलता के बावजूद, कंपनी भविष्य के मिशनों में और सुधार करेगी.
स्पेक्ट्रम रॉकेट छोटे से मध्यम आकार के उपग्रहों को लो अर्थ ऑर्बिट में भेजने के लिए डिज़ाइन किया गया था. कंपनी ने 2028 तक कई उपग्रहों के लॉन्च के लिए नॉर्वेजियन स्पेस एजेंसी से अनुबंध भी हासिल किया है, जिससे भविष्य में इस रॉकेट के सफल प्रक्षेपण की उम्मीदें बनी रहती हैं.
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Source: IOCL























