पुलवामा का बदला: पाक ने कहा- मुंहतोड़ जवाब देना हमारा अधिकार
विदेश कार्यालय की बैठक में पूर्व विदेश सचिव और वरिष्ठ राजनयिक शामिल हुए थे. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने इससे पहले कहा था, "भारतीय वायुसेना ने मुजफ्फराबाद सेक्टर में नियंत्रण रेखा पार कर तीन-चार मिसाइलें दागी. किसी भी आधारभूत ढाचे को हानि नहीं पहुंची है और न ही कोई हताहत हुआ है."

इस्लामाबाद: नियंत्रण रेखा (एलओसी) के समीप बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर वायुसेना के हमले के बाद पाकिस्तान ने मंगलवार को कहा कि उसके पास आत्मरक्षा और मुहंतोड़ जवाब देने का पूरा अधिकार है. विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने मुजफ्फराबाद सेक्टर में भारतीय वायुसेना की बमबारी को 'भारतीय आक्रामकता' करार दिया है. मुजफ्फराबाद को नई दिल्ली जेईएम का सबसे बड़ा प्रशिक्षण शिविर बता रहा है.
उन्होंने दावा किया कि भारतीय लडाकू विमानों को पाकिस्तानी वायुसेना की माकूल प्रतिक्रिया के कारण लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा. उन्होंने कहा, "आज उन्होंने (भारत) पाकिस्तान के खिलाफ जिस तरह की आक्रामकता बरती है, उसके बारे में हम दुनिया को बताते आ रहे हैं कि ऐसा हो सकता है."
कुरैशी ने पाकिस्तान द्वारा कही जा रही भारतीय घुसपैठ से उपजे हालात पर चर्चा के लिए विदेश कार्यालय में एक आपात परामर्श बैठक की अध्यक्षता करने के बाद मीडिया को बताया, "भारत ने एलओसी का उल्लंघन किया है. पाकिस्तान के पास आत्मरक्षा और मुंहतोड़ जवाब देने का अधिकार है." उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने हालात की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई है.
विदेश कार्यालय की बैठक में पूर्व विदेश सचिव और वरिष्ठ राजनयिक शामिल हुए थे. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने इससे पहले कहा था, "भारतीय वायुसेना ने मुजफ्फराबाद सेक्टर में नियंत्रण रेखा पार कर तीन-चार मिसाइलें दागी. किसी भी आधारभूत ढाचे को हानि नहीं पहुंची है और न ही कोई हताहत हुआ है." उन्होंने भारतीय वायुसेना से जल्दबाजी में गिराए गए विस्फोटकों की तस्वीरें भी साझा की, जो खुले में गिरे.
बौखलाया पाक लगातार कर रहा गोलीबारी पुलवामा आतंकी हमले का जवाब मिलने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और वह लगातार नियंत्रण रेखा (LoC) पर गोलीबारी कर रहा है. पाकिस्तानी रेंजर्स सुबह से बारामूला के कमलकोट उरी, पुंछ, राजौरी, अखनूर समेत 12 से 15 जगहों पर भारी हथियारों से गोलीबारी कर रहे हैं. कुछ इलाकों में कल शाम को गोलीबारी शुरू हुई थी.
भारतीय सेना भी पाकिस्तानी रेंजर्स के हरकतों का मुंहतोड़ जवाब दे रही है. एक रक्षा अधिकारी के मुताबिक, भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पांच पाकिस्तानी रेंजर्स की चौकियों को गंभीर नुकसान पहुंचा है. और (राजौरी और पुंछ जिलों में नियंत्रण रेखा से लगे क्षेत्र में) पाकिस्तानी सेना के कई जवान हताहत हुए हैं.
उन्होंने कहा कि शाम साढे छह बजे के बाद पाकिस्तानी सेना ने हताशा के कारण नियंत्रण रेखा पर भारी हथियारों से गोलाबारी करके बिना उकसावे वाला संघर्षविराम उल्लंघन किया. पाकिस्तानी सैनिकों को ग्रामीणों को मानव कवच के रूप में इस्तेमाल करते हुए आम नागरिकों के घरों से मोर्टार और मिसाइलें दागते हुए भी देखा गया.
पाकिस्तानी गोलीबारी की वजह से लोगों में डर का माहौल है. स्थानीय लोग रातभर खौफ में समय काटे. एक ने कहा कि हम घरों से भाग रहे हैं, बच्चे डरे हैं. काफी देर से गोलीबारी हो रही है. हम छिपने की जगह खोज रहे हैं.
सेना के पीआरओ ने कहा कि हालांकि, भारतीय सेना ने आम नागरिकों की बस्तियों से अलग पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया. इसके कारण ‘बड़ी संख्या में’ पाकिस्तानी सैनिक हताहत हुए. दोनों तरफ से गोलीबारी में भारतीय सेना के पांच सैनिकों को मामूली चोटें आई हैं. इनमें से दो को इलाज के लिए सेना के अस्पताल ले जाया गया है. उनकी स्थिति स्थिर है.
आपको बता दें कि भारत ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े शिविर को तबाह कर दिया जिसमें लगभग 350 आतंकवादी और उनके प्रशिक्षक मारे गए. पाकिस्तान ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद इन आतंकवादियों को उनकी सुरक्षा के लिए इस शिविर में भेजा था.
विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि शिविर बालाकोट में स्थित था, लेकिन उन्होंने इसके बारे में कोई ब्योरा नहीं दिया. सूत्रों ने कहा कि संदर्भ पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत स्थित शहर का था जो नियंत्रण रेखा से करीब 80 किलोमीटर दूर और ऐबटाबाद के नजदीक स्थित है जहां अमेरिकी बलों ने अलकायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन को ढेर किया था.
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गोखले ने इस बारे में भी ब्योरा नहीं दिया कि हमले किस तरह किए गए, लेकिन सूत्रों ने बताया कि बम गिराने के लिए मिराज 2000 जेट विमानों के बेड़े का इस्तेमाल किया गया जिनमें अन्य विमान भी शामिल थे. वर्ष 1971 के युद्ध के बाद यह पहली बार है जब भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अपनी हवाई शक्ति का इस्तेमाल किया है.
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Source: IOCL























