IDF का गाजा में बड़ा एक्शन, हमास के कमांडर बशर थाबेत को किया ढेर, 75 आतंकी ठिकानों को बनाया निशाना
इजरायल ने गाजा में हमास के हथियार विभाग के कमांडर बशर थाबेत को मार गिराया. IDF ने गाजा में सुरंगों और ठिकानों को ध्वस्त किया, जबकि IAF ने 75 ठिकानों पर हमले किए.

इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने रविवार (20 जुलाई, 2025) को बताया कि उसने गाजा में हमास के हथियार निर्माण विभाग में डेवलपमेंट और प्रोजेक्ट्स डिपार्टमेंट के कमांडर बशर थाबेत को मार गिराया है. थाबेत पर हथियारों के निर्माण और अनुसंधान का नेतृत्व करने का आरोप था.
IDF के अनुसार, गाजा में आतंकियों की सुरंगें, बंकर और ढांचागत सुविधाएं ध्वस्त की गई हैं. इजरायली वायुसेना (IAF) ने करीब 75 आतंकी ठिकानों पर हमले किए, जिनमें सैन्य अड्डे और सुरंगें शामिल थीं. IDF ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “हमास के हथियार निर्माण विभाग के कमांडर बशर थाबेत को खत्म किया गया है. वह हथियार स्टॉक बढ़ाने के रिसर्च और डेवलपमेंट के काम में लगे थे.”
गाजा में गहराया मानवीय संकट
वहीं, गाजा में मानवीय संकट गहरा गया है. अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, 115 फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए, जिनमें 92 राहत पाने की कोशिश कर रहे लोग और 2 नागरिक बचावकर्मी शामिल हैं. 200 से अधिक घायल हुए हैं. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बीते 24 घंटों में 18 लोगों की मौत भूख से हो गई. गाजा के दीर अल-बलाह क्षेत्र में इजरायली सेना ने पर्चे गिराकर लोगों को क्षेत्र खाली करने की चेतावनी दी है. गाजा में मानवीय स्थिति बेहद खराब होती जा रही है और कई देशों ने फिर से शांति बहाल करने की अपील की है.
⭕️Operational Update: IDF Activity in Gaza
— Israel Defense Forces (@IDF) July 20, 2025
❌ Eliminated: Bashar Thabet, a commander in Hamas’ Development and Projects Department within its weapons production HQ. He was responsible for research & development within Hamas’ weapons manufacturing apparatus, which operates to…
कई देशों में विरोध प्रदर्शन तेज
उधर, ट्यूनीशिया, इराक, तुर्किए, मोरक्को, लेबनान और वेस्ट बैंक के रामल्ला में इजरायली घेराबंदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं. इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ मानवीय अधिकारी का वीजा बढ़ाने से मना कर दिया है. कारण बताया गया है कि अधिकारी ने गाजा में भुखमरी को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किए जाने की बात कही थी.
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Source: IOCL






















