दुनिया भर में सबसे ज़्यादा अपने घर में असुरक्षित हैं महिलाएं, पार्टनर और घर वाले ही कर देते हैं हत्या
पिछले साल के आंकड़ों के मुताबिक महिला की हत्या के पीछे सबसे ज़्यादा या तो उसके परिवार वाले या उसका पार्टनर होता है. मौत के घाट उतारी गई करीब 87,000 महिलाओं में से करीब 50,000 यानी 58% महिलाओं को या तो उनके परिवार या उनके पार्टनर ने मौत के घाट उतार दिया.
न्यूयॉर्क/नई दिल्ली: यूनाइटेड नेशंस से दुनिया भर के लिए एक बेहद शर्मनाक रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट के मुताबिक अक्सर किसी न किसी तरह की हिंसा का शिकार होने वाली महिलाओं के लिए सबसे ख़तरनाक जगह उनका अपना घर है. रिपोर्ट में सबसे ज़्यादा दिल दहला देने वाली बात ये है कि महिला के सबसे करीबी यानी उसके परिवार वाले या उसका पार्टनर ही उसकी हत्या कर देते हैं.
पिछले साल के आंकड़ों के मुताबिक महिला की हत्या के पीछे सबसे ज़्यादा या तो उसके परिवार वाले या उसके पार्टनर का हाथ होता है. मौत के घाट उतारी गई करीब 87,000 महिलाओं में से करीब 50,000 यानी 58% महिलाओं को या तो उनके परिवार या उनके पार्टनर ने मौत के घाट उतार दिया.
2017 मे हुई हत्याओं में एक तिहाई हत्याएं बेहद करीबी वर्तमान या पूर्व प्रेम द्वारा इरादतन की गई थी. इसके अलावा हर दिन 137 महिलओं को उनके परिवार वालों ने मौत के घाट उतार दिया. रिपोर्ट के मुताबिक परिवार वाले इस हिसाब से हर घंटे कम से कम छह महिलाओं की हत्या कर देते हैं.
इन हत्याओं के पीछे घरेलू हिंसा, ऑनर किलिंग, दहेज आधारित हत्या, ड्रग्स-मानव तस्करी-वेश्यावृति संबंधित हत्याएं, डायन बताकर मार देना, LGBTQ समुदाय से जुड़ी सेक्स की प्राथमिकता होने जैसी बातों को बड़ा कारण बताया गया है.
चिंताजनक बात ये है कि तमाम कानून और दुनिया भर की सरकारों के प्रयास के बावजूद ऐसे मामलों में किसी तरह का कोई सुधार नहीं लाया जा सका है. इस रिपोर्ट को महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा को खत्म करने के अंतर्राष्ट्रीय दिवस 25 नवंबर को जारी किया गया.
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