बिहार: पूर्व IPS अधिकारी अमिताभ दास को अनंत सिंह से जान का खतरा, पत्र लिखकर सुरक्षा मांगी
16 अगस्त को अनंत सिंह के पैतृक आवास से पुलिस ने छापेमारी कर एक एके-47 और दो ग्रेनेड बरामद किए थे. इसके बाद से ही पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने आशंका जताई है कि अनंत सिंह सुपारी देकर उनकी हत्या कर सकते हैं.

पटना: पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने बाहुबली विधायक अनंत सिंह से जान का खतरा बताया है. अमिताभ ने अनंत सिंह द्वारा हत्या कराए जाने की आशंका जताई है. उन्होंने डीजीपी को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई है. पूर्व आईपीएस ने संभावना जताई है कि अनंत सिंह सुपारी देकर उनकी हत्या करा सकते हैं. अमिताभ दास ने पुलिस मुख्यालय से तत्काल दो गोरखा जवानों की मांग की है.
बता दें कि 16 अगस्त को पुलिस ने अनंत सिंह के पैतृक आवास पर छापेमारी कर एक एके-47 राइफल, एक मैगजीन, कुछ कारतूस और दो ग्रेनेड बरामद किए थे. विधायक के घर से हथियार मिलने के बाद पूर्व आईपीएस अधिकारी ने अनंत सिंह द्वारा हत्या कराए जाने की आशंका जताई. अमिताभ दास ने ही मार्च 2009 में बाहुबली विधायक अनंत सिंह के लदमा स्थित घर में एके- 47 रहने की गोपनीय रिपोर्ट तत्कालीन बिहार निर्वाचन पदाधिकारी सुधीर कुमार राकेश को दी थी.

साल 2009 के पांच मार्च को तत्कालीन जमुई स्थित बीएमपी 11 के कमांडेंट व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने लिखा था कि उन्हें सूचना मिली है कि अनंत सिंह के पास एके 56, मशीन गन और एके 47 जैसे अत्याधुनिक हथियार उपलब्ध हैं. इस चिट्ठी को अमिताभ दास ने चुनाव आयोग को दिया था. आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने अपनी चिट्ठी में यह जिक्र किया था कि अत्याधुनिक हथियारों को विधायक अनंत सिंह ने लोकसभा चुनाव के दौरान इस्तेमाल करने के लिए मंगाया था.
पूर्व आईपीएस अधिकारी ने दावा किया कि 10 साल पहले उन्होंने ही सबसे पहले मोकामा विधायक अनंत सिंह के घर में अवैध हथियारों का जखीरा होने की रिपोर्ट दी थी लेकिन तब अनंत सिंह नीतीश कुमार के करीबी थे इसलिए उनकी रिपोर्ट को कूड़ेदान में फेंक दिया गया.
अमिताभ दास को जबरन किया गया था रिटायर
आईपीएस अधिकारी रहे अमिताभ कुमार दास को 2018 में हीं ज़बरन सेवानिवृत्ति दे दी गई थी. केंद्रीय गृह मंत्रालय की सहमति मिलने के बाद राज्य सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया था. 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी दास उस समय एसपी सह सहायक नागरिक सुरक्षा आयुक्त थे.
Source: IOCL





















