अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाने की समयसीमा दूसरी बार बढ़ी, अमेरिका के जवाब में भारत ने किया था ये फैसला

नई दिल्ली: भारत सरकार ने अमेरिका के 29 उत्पादों के आयात पर शुल्क लगाने की समयसीमा दूसरी बार बढ़ाकर दो नवंबर कर दी है. भारत ने बादाम, अखरोट और दाल समेत 29 अमेरिकी उत्पादों के आयात पर चार अगस्त को शुल्क लगाने की घोषणा की थी. बाद में इसे 18 सितंबर तक के लिए टाल दिया गया था.
अमेरिका के जवाब में भारत ने किया था ये फैसला
राजस्व विभाग ने सोमवार रात जारी नोटिफिकेशन में कहा कि अब ये शुल्क दो नवंबर से प्रभावी होंगे. भारत ने यह निर्णय अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से इम्पोर्ट स्टील और एल्यूमिनियम पर नौ मार्च को शुल्क लगाने की घोषणा के जवाब में लिया था.
दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता पर बातचीत जारी
दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी व्यापार समझौता करने के लिए बातचीत कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि दोनों देशों के बीच का व्यापार संतुलन भारत के पक्ष में है. वित्त वर्ष 2017-18 में भारत ने जहां अमेरिका को 47.9 अरब डॉलर का निर्यात किया था वहीं अमेरिका से आयात 26.7 अरब डॉलर का था.
ट्रंप ने दुनिया के साथ छेड़ा है व्यापार युद्ध
आपको बता दें कि दुनिया के बड़े देशों के बीच ट्रेड वॉर यानी व्यापारिक युद्ध छिड़ा हुआ है. दरअसल ये हालात इसलिए पैदा हुए क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ऐसा लगता है कि दुनिया के बड़े देश व्यापार के मामले में अमेरिका के साथ गलत कर रहे हैं. चीन पर पड़ी है सबसे बड़ी मार अमेरिका फर्स्ट की नीति के तहत ट्रंप ने इसे ठीक करने का फैसला लिया. ये उनके चुनावी कैंपेन का भी हिस्सा था. ट्रंप ने इसकी शुरुआत चीन से की जिसके कई उत्पादों पर उन्होंने भारी शुल्क लगा दिया जिसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका के खिलाफ ऐसे ही कदम उठाए हैं. अमेरिका अब तक चीन पर 450 बिलियन डॉलर का शुल्क लगा चुका है. कनाडा और यूरोप जैसे अमेरिका के मित्र देशों को भी बनाया अपना शिकार ट्रंप का ये ट्रेड वॉर अमेरिका के कट्टर प्रतिद्वंदी चीन तक ही नहीं रुका बल्कि G7 के दौरान इसने कनाडा और यूरोप जैसे अमेरिका के मित्र देशों को भी अपना शिकार बनाया. भारत के खिलाफ अमेरिका मार्च महीने में ही कदम उठा चुका है, इसी के जावब में भारत ने अमेरिका के 29 प्रोडक्सट्स पर ड्यूटी बढ़ाने का फैसला लिया है.टॉप हेडलाइंस
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