Yakub Memon: टाइगर मेमन की धमकी के मामले में पुलिस ने दर्ज नहीं की थी FIR, केस भी कर दिया था बंद
Yakub Memon की कब्र के मामले में कब्रिस्तान के पूर्व ट्रस्टी ने पुलिस में शिकायत दी थी. सूत्रों ने दावा किया है कि पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की थी और केस बंद कर दिया था.
Yakub Memon: मुंबई हमलों के दोषी याकूब मेमन की कब्र (Yakub Memon Grave) को लेकर विवाद चल रहा है. ये विवाद याकूब मेमन की कब्र को सजाने पर हुआ. बताया गया कि इसे एक मजार में तब्दील किया जा रहा है. इस मामले में अब मुंबई पुलिस जांच पड़ताल कर रही है. बड़ा कब्रिस्तान के पूर्व ट्रस्टी जझिल नवरंगे ने साल 2020 में शिकायत की थी की उन्हें याकूब मेमन के रिश्तेदार राउफ मेमन ने मोस्ट वांटेड आतंकी टाइगर मेमन (Tiger Memon) की धमकी दी थी. इस शिकायत की जांच उस समय एलटी मार्ग पुलिस ने की थी, लेकिन पुलिस सूत्रों का दावा है की उस समय उन्हें उस शिकायत में ऐसा कुछ नहीं मिला, जिसके आधार पर एफआईआर या आगे की कार्रवाई की जा सके.
सूत्रों ने यह भी दावा किया है की उस समय उस शिकायत की जांच को पुलिस ने बंद कर दिया था. उस समय किस-किस का बयान दर्ज किया गया था और जांच को उस समय बंद करने का आधार क्या है उसके बारे में नए पुलिस अधिकारी पता लगा रहे हैं.
नवरंगे ने ये आरोप लगाया
नवरंगे ने आरोप लगाया था की बड़ा कब्रस्तान में कब्र की जमीन मिल जाए इस उद्देश्य से उसे मोस्ट वांटेड टाइगर मेमन से बोलने की धमकी दी गई थी. शिकायत के मुताबिक राउफ मेमन ने कहा, "याकूब भाई को तो शहादात नसीब हुई, मगर टाइगर भाई अभी जिंदा है, तुम लोग मेरा बड़ा कब्रिस्तान का काम करके देना वरना टाइगर भाई को बोलके तुम दोनों को ठिकाने लगा दूंगा. तू जानता नहीं टाइगर भाई क्या चीज है. जो आजतक किसी के हाथ नहीं आए तुम दोनों को कब गायब कर देंगे पता भी नहीं चलेगा, तो टाइगर भाई से फोन से बात करो अभी."
कब्र पर 19 मार्च 2022 लगाई गई थी LED लाइट्स
याकूब मेमन के परिवार के 14 सदस्यों को यहां दफनाया गया है. अब एलईडी लाइट्स की स्ट्रिप पुलिस ने हटाने के निर्देश दिए हैं. दरअसल, 19 मार्च 2022 को बड़ी रात के दिन यहां लाइट्स लगाई गई थी. कुछ हिस्से की लाइट्स को निकाल दिया गया है. वहीं मार्बल लगाने की अनुमति पांच साल पहले ट्रस्ट ने याकूब मेमन के परिवार को दी थी. चूंकि मेमन परिवार के कब्र के पास एक पेड़ था, जिसके गिरने के चलते मिट्टी खिसक रही थी, इसलिए परिवार को मार्बल लगाने की अनुमति दी गई थी.
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