सच्चाई का सेंसेक्स: लावारिस नोटों के जरिए कोरोना वायरस फैलाने की साजिश का सच क्या है?
वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में लावारिस नोट के जरिए कोरोना वायरस फैलाने की कोशिश की जा रही है.

नई दिल्ली: देश में जानलेवा कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच सोशल मीडिया पर इन दिनों बिहार और उत्तरप्रदेश में जगह जगह मिल रहे लावारिस नोटों की बहुत चर्चा हो रही है. दावा है कि इन नोटों के जरिए कोरोना फैलाने की साजिश रची गई है. इतना ही नहीं लावारिस नोटों के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं. जानें लावारिस नोटों के जरिए कोरोना वायरस फैलाने की साजिश का सच क्या है?
क्या मामला है?
यूपी में बलिया के चितबड़ा गांव में जमीन पर गिरे दो दस-दस रूपए के नोट की वीडियो वायरल हुई. इनके साथ एक पर्ची भी थी. पर्ची में लिखा था,, ‘’मैं कोरोना हूं, मैं पूरे मोहल्ले में फैल जाऊंगा.’’ एक शख्स वीडियो में बता रहा है कि इस तरह नोट के साथ पर्ची गांव में कई जगह मिले हैं. यूपी के अलीगढ़ के बीलझेरा गांव में भी एक खेत में सौ-सौ रूपए के चार नोट मिले.
कुछ ऐसा ही नजारा बिहार के सहरसा के हटियागाछी गांव में भी देखने को मिला, जहां लोगों के घरों के दरवाजे के पास पचास और सौ के नोट के साथ एक पर्ची मिली. जिसमें लिखा था, ‘’मैं कोरोना लेकर आया हूं. अब सब को तंग करूंगा.’’
क्या दावा किया जा रहा है?
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में लावारिस नोट के जरिए कोरोना वायरस फैलाने की कोशिश की जा रही है.
एबीपी न्यूज ने इन वायरल वीडियो की पड़ताल करनी शुरू की तो सबसे पहले स्थानीय पुलिस से इस बारे में सवाल पूछे. पुलिस वालों की नजर में ये एक शरारत है और शाररत करने वाले पर कार्रवाई होगी, इससे पहले दिल्ली के बुद्ध विहार इलाके में भी एटीएम के पास गिर गए नोट को कोरोना साजिश का हथियार माना गया, लेकिन बाद में जब सीसीटीवी पड़ताल हुई तो नोट के मालिक मिल गए थे. पड़ताल में कोरोना पर्ची के साथ टहलते नोटों का वीडियो सच्चा है पर इसके साथ कोरोना संक्रमण की साजिश का संदेश झूठा है.
इंटरनेट पर फैल रहे हर दावे और अफवाह का सच जानने के लिए सोमवार से शुक्रवार एबीपी न्यूज़ पर 8.30 बजे 'सच्चाई का सेंसेक्स जरुर देखें.
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Source: IOCL





















