Mohan Bhagwat: 'कुछ लोग कुछ नहीं करते, इसलिए सब ठीक चल रहा वरना दिक्कत ही करेंगे', मोहन भागवत का विपक्ष पर तंज
Mohan Bhagwat News: मोहन भागवत ने कहा कि सरकार की नीतियों और सरकार में जिम्मेदार लोगों के काम के कारण आज देश का उत्कर्ष हो रहा है. चीजें सुचारू रूप से चल रही हैं क्योंकि कुछ लोग कुछ नहीं करते.

RSS Chief Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने रविवार (23 जुलाई) को विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग कुछ नहीं करते इसलिए सब सुचारू रूप से चल रहा है, अगर कुछ करेंगे तो दिक्कत होगी. हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया. भागवत ने यह भी कहा कि देश में अब जो अच्छी चीजें हो रही हैं, उन पर बुरी चीजों के मुकाबले कम से कम 40 गुना ज्यादा चर्चा की जा रही है.
उन्होंने उत्तरी मुंबई के कांदिवली उपनगर में सुवर्णा अस्पताल का उद्घाटन किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं. इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी शामिल हुए थे. उन्होंने कहा कि देश के जिम्मेदार लोगों के काम के कारण देश का उत्कर्ष हो रहा है.
क्या बोले मोहन भागवत?
भागवत ने कहा, "कई बार नकारात्मक चर्चा सुनने को मिलती है, लेकिन जब हम देशभर में जाते हैं और देखते हैं तो हमें पता चलता है कि भारत में जो अच्छी चीजें हो रही हैं, उस पर बुरी चीजों के मुकाबले 40 गुना ज्यादा बात हो रही है." उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों और सरकार में जिम्मेदार लोगों के काम के कारण आज देश का उत्कर्ष हो रहा है. चीजें सुचारू रूप से चल रही हैं क्योंकि कुछ लोग कुछ नहीं करते. अगर वे काम करेंगे तो दिक्कतें होंगी.
भागवत बोले, कुछ लोग हमें बढ़ते हुए नहीं देखना चाहते
भागवत ने कहा कि लोगों में भारत को गौरव हासिल करते देखने की इच्छा 40 साल पहले की तुलना में आज कहीं ज्यादा प्रबल है. उन्होंने कहा कि इस इच्छा को बढ़ना चाहिए और हम बढ़ रहे हैं लेकिन हम अभी तक उतने शक्तिशाली नहीं हैं. भागवत ने कहा कि कुछ लोग हैं जो हमें बढ़ते हुए नहीं देखना चाहते.
उन्होंने कहा, "आज के समाज में सिर्फ रोटी, कपड़ा और मकान ही नहीं, बल्कि शिक्षा और स्वास्थ्य भी आवश्यक हो गए हैं." भागवत ने कहा कि अच्छा या बुरा तय करने के लिए क्या पैमाना क्या है. कुछ ऐसा होता है जो दिखाई देता है और दूसरी ओर कुछ ऐसा होता है जो असल में होता है. कोई इसे ऐसे दिखा सकता है कि यह हो गया, भले ही वह न हुआ हो.
यह भी पढ़ें:
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























