'वोट चोरी का सबूत': दिल्ली के बाद बिहार में राकेश सिन्हा ने किया मतदान, विपक्ष ने साधा निशाना, मिला ये जवाब
Rakesh Sinha Voting: सौरभ भारद्वाज ने राकेश सिन्हा की दो पोस्ट के स्क्रीनशॉट साझा किए. इन पोस्टों में वे 5 फरवरी 2025 को दिल्ली में वोट डालते दिखे और फिर गुरुवार को बिहार में भी वोटिंग करते दिखे.

विपक्षी पार्टियों ने बुधवार को बीजेपी नेताओं पर दो अलग-अलग राज्यों में वोट डालने का आरोप लगाया और इसे 'वोट चोरी का सबूत' बताया. आम आदमी पार्टी (AAP), राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस ने दावा किया कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) के विचारक राकेश सिन्हा ने दिल्ली और बिहार-दोनों जगह वोट डाला है.
AAP ने कहा-'यह खुली चोरी है'
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया पर राकेश सिन्हा की दो पोस्ट के स्क्रीनशॉट साझा किए. इन पोस्टों में वे 5 फरवरी 2025 को दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोट डालते दिखे और फिर गुरुवार को बिहार चुनाव में भी वोटिंग करते दिखे. भारद्वाज ने लिखा, 'वे दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं, तो फिर बिहार में पता कैसे दिखा सकते हैं? बीजेपी पकड़े जाने पर सुधरती नहीं, बल्कि चोरी खुलकर करती है.' AAP ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी दिल्ली पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष संतोष ओझा और कार्यकर्ता नागेंद्र कुमार ने भी दिल्ली और बिहार दोनों में वोट डाले हैं.
He can’t change his address to Bihar as he still teaches at Motilal Nehru College (eve) in Delhi University.
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) November 6, 2025
It’s open and shut case of fraud. https://t.co/TksTLtS2kT
राकेश सिन्हा का जवाब- 'यह राजनीति का निचला स्तर है'
राकेश सिन्हा ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने अपना वोटर कार्ड दिल्ली से हटाकर बिहार के बेगूसराय स्थित अपने गांव मानसपुर में ट्रांसफर करवा लिया है.
baseless and morally contested allegation is being levelled against me by by liars and morally degraded leaders of @AamAadmiParty @INCIndia and their ilks . My name is only in Bihar’s electoral roll . It was earlier in Delhi’ s electoral roll and I got it deleted through… pic.twitter.com/wuvwHPZD8V
— Prof Rakesh Sinha (@RakeshSinha01) November 6, 2025
उन्होंने लिखा, 'कभी नहीं सोचा था कि राजनीति इतनी नीचे गिर सकती है. जो लोग संविधान का सम्मान करने वालों की निष्ठा पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें बोलने से पहले सौ बार सोचना चाहिए. मेरा नाम पहले दिल्ली की वोटर लिस्ट में था, लेकिन अब जब मैं बिहार की राजनीति में सक्रिय हूँ, तो मैंने इसे गांव में ट्रांसफर करा लिया. क्या मैं इस झूठे आरोप पर मानहानि का केस करूं?'
Source: IOCL





















