Central Vista: कब तक तैयार हो जाएगी संसद की नई इमारत? जानें
संसद की नई इमारत जनवरी के अंत तक तैयार हो जाएगी. बजट सत्र के पहले या दूसरे भाग के लिए भवन का उपयोग किया जाएगा या नहीं, इस पर निर्णय लिया जाना बाकी है. त्रिकोणीय इमारत का निर्माण किया जा रहा है
Central Vista Project : संसद की नई इमारत जनवरी के अंत तक तैयार हो जाएगी और आतंरिक साज-सज्जा के कार्य को बहुत तेजी से किया जा रहा है. सरकारी सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि संसद का आगामी बजट सत्र नई इमारत में किया जाए या पुरानी इमारत में ही, इसको लेकर फैसला अभी लिया जाना है. उल्लेखनीय है कि संसद की नई इमारत देश की सत्ता का केंद्र सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा है.
सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक के राजपथ के तीन किलोमीटर मार्ग का नवीनीकरण, प्रधानमंत्री, उप राष्ट्रपति के लिए नए आवास और कार्यालय और केंद्रीय सचिवालय का निर्माण किया जाना है. निर्माण की जिम्मेदारी केंद्रीय आवास और शहरी विकास मामलों के मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) को दी गई है.
निर्माण कार्य दो साल पहले शुरू हुआ था
सरकारी सूत्र ने बताया, संसद की नई इमारत इस महीने के अंत तक तैयार हो जाएगी एवं आंतरिक साज-सज्जा के काम को बहुत तेजी से किया जा रहा है. संसद की नई इमारत का निर्माण कार्य दो साल पहले शुरू हुआ था. एक अन्य सूत्र ने सोमवार को बताया कि सरकार जल्द नई इमारत का उद्घाटन करने का फैसला लेगी. केंद्रीय आवासीय व शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पिछले साल नवंबर मे कहा था कि यह सरकार पर है कि वह संसद की नई इमारत के उद्घाटन के लिए दिन तय करे.
टाटा प्रोजेक्ट्स द्वारा त्रिकोणीय नई इमारत का निर्माण किया जा रहा है
अहमदाबाद स्थित एचसीपी डिजाइन, योजना और प्रबंधन द्वारा डिजाइन किया गया, टाटा प्रोजेक्ट्स द्वारा त्रिकोणीय नई इमारत का निर्माण किया जा रहा है. जबकि टाटा प्रोजेक्ट्स ने 2020 में 861.90 करोड़ रुपये की बोली के साथ अनुबंध जीता था, सूत्रों ने कहा कि नई संसद की लागत अब तक 1,200 करोड़ रुपये हो गई है. इसके अलावा, केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय भवन के लिए कलाकृतियों के लिए धन उपलब्ध करा रहा था. सेंट्रा विस्टा क्षेत्र के लिए सरकार की व्यापक पुनर्विकास योजना के एक भाग के रूप में, नई संसद सीटों की संभावित वृद्धि को ध्यान में रखते हुए बड़ी संख्या में सांसदों को समायोजित करने में सक्षम होगी. पिछले साल जुलाई में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने नई इमारत के शीर्ष पर 6.5 मीटर ऊंचे राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण किया था.