AIADMK और JDU सांसदों सहित बंगाल-तेलंगाना को भी मिल सकती है मोदी कैबिनेट में जगह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार दूसरी बार 30 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. शपथ से पहले पीएम मोदी की कैबिनेट में संभावति मंत्रियों के नामों की चर्चा तेज हो गई है. इस बार मोदी कैबिनेट में जेडीयू और एआईएडीएमके के कोटे से भी मंत्री बन सकते हैं.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार दूसरी बार 30 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. शपथ से पहले पीएम मोदी की कैबिनेट में संभावति मंत्रियों के नामों की चर्चा तेज हो गई है. इस बार मोदी कैबिनेट में जेडीयू और एआईएडीएमके के कोटे से भी मंत्री बन सकते हैं. सूत्रों के अनुसार पश्चिम बंगाल और तेलंगाना में बीजेपी के बेहतर प्रदर्शन के मद्देनजर यहां से भी कुछ लोगों को मंत्रिपरिषद में जगह दी जा सकती है.
जेडीयू के एक नेता ने कहा कि पार्टी को मंत्रिमंडल में कम से कम एक पद मिलने की संभावना है.हालांकि, नई सरकार में शामिल किए जाने वाले संभावित चेहरों को लेकर आधिकारिक तौर पर अभी तक कुछ नहीं कहा गया है.
अरुण जेटली रह सकते हैं सरकार से बाहर-
पिछली सरकार में वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली स्वास्थ्य कारणों से इस बार मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं हो सकते हैं. सरकार ने रविवार को अरुण जेटली के स्वास्थ्य से जुड़ी खबरों को गलत और बेबुनियाद है. वहीं, जेटली के करीबी लोगों का कहना है कि इलाज के बाद उनकी तबीयत ठीक है.
जेटली के स्वास्थ्य पर सरकार ने जारी किया बयान-
भारत सरकार के प्रधान प्रवक्ता सितांशु रंजन कार ने ट्वीट किया, ‘‘केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में मीडिया के एक हिस्से में आई खबरें गलत और बेबुनियाद है. लोगों को सलाह दी जाती है कि अफवाह फैलाने से परहेज करें.’’ बीजेपी से जुड़े राज्यसभा के सदस्य स्वप्न दासगुप्ता ने कहा कि जेटली ने उपचार करा लिए हैं और अब उनकी सेहत अच्छी हो रही है. वह अब अधिकारियों से मिल रहे हैं.
राम विलास पासवान के बेटे भी बन सकते हैं मंत्री
नए मंत्रिमंडल में राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, नरेंद्र सिंह तोमर और प्रकाश जावड़ेकर जैसे पुराने चेहरे बने रह सकते हैं. चर्चा ये भी है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी नई सरकार में मंत्री पद संभाल सकते हैं. हालांकि, शाह ने इस मुद्दे पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है. सूत्रों ने बताया कि बीजेपी की सहयोगी एलजेपी प्रमुख राम विलास पासवान ने अपने सांसद पुत्र चिराग पासवान को मंत्री बनाने की वकालत की है. एलजेपी ने छह लोकसभा सीटें जीती हैं. राम विलास पासवान पिछली सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. अन्नाद्रमुक को इस बार सिर्फ एक सीट मिली है. तमिलनाडु में सत्तासीन होने के कारण उसे एक मंत्री पद दिया जा सकता है. बीजेपी ने इन चुनावों में पश्चिम बंगाल में 18 और तेलंगाना में चार सीटें जीती हैं.
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