Kashmir Issue: कश्मीर समस्या पर फारूक अब्दुल्ला ने कही बड़ी बात, 'आतंकवाद तब तक बना रहेगा जब तक....'
दिल्ली में रॉ के पूर्व प्रमुख एएस दुलत की किताब ‘अ लाइफ इन द शैडोज: अ मेमॉयर’ के विमोचन के दौरान 85 वर्षीय अब्दुल्ला ने ये बातें कहीं. उन्होंने यह भी कहा कि तरक्की के लिए एकजुट होना जरूरी है.
Farooq Abdullah On Kashmir: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को कश्मीर समस्या पर बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि कश्मीर समस्या तब तक खत्म नहीं होगी जब तक हम अपने पड़ोसी से बात नहीं करते और दशकों से चली आ रही इस समस्या का वास्तविक समाधान नहीं ढूंढते.
उन्होंने यह भी कहा कि जब तक हम एकजुट नहीं होंगे तब तक भारत तरक्की नहीं कर पाएगा और मजबूत नहीं बन पाएगा. दिल्ली में रॉ के पूर्व प्रमुख एएस दुलत की किताब ‘अ लाइफ इन द शैडोज : अ मेमॉयर’ के विमोचन कार्यक्रम के दौरान 85 वर्षीय अब्दुल्ला ने यह टिप्पणी की. दुलत 2000 में सेवानिवृत्त हुए थे.
'गांधी के भारत में लौटना होगा'
नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख ने कहा, “भारत एक अनोखा देश है और यह इसलिए है, क्योंकि यहां हम सब मिलकर सोचते हैं. हमें फिर से महात्मा गांधी के सपनों के भारत में लौटना होगा. अगर देश को प्रगति करनी है तो छोटे-छोटे विभाजन को समाप्त करना होगा. जब तक हम एकजुट नहीं होंगे, देश कभी मजबूत नहीं बनेगा.” उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा, “कश्मीर की समस्या भी तब तक खत्म नहीं होगी... और मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि आतंकवाद भी तब तक बना रहेगा, जब तक हम अपने पड़ोसी से बात नहीं करते और इस समस्या का वास्तविक समाधान नहीं निकालते.”
पाक फिर अलाप रहा आर्टिकल-370 का राग
बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की सुगबुगाहट पाक पीएम के एक इंटरव्यू के बाद से शुरू हुई है, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत के साथ हुए तीन युद्ध के बाद हमने अपना सबक सीख लिया है. हालांकि पाक पीएम शहबाज शरीफ के भारत के साथ संजीदगी से बातचीत की मंशा अगले दिन ही धूमिल होती दिखी, जब पाक पीएमओ के प्रवक्ता ने 17 जनवरी को कहा गया कि पाकिस्तान भारत के साथ अपने द्विपक्षीय मुद्दों खासकर जम्मू-कश्मीर का हल करना चाहता है, लेकिन जब-तक भारत 5 अगस्त, 2019 के फैसले को वापस नहीं लेता तब-तक भारत साथ बातचीत नहीं हो सकती है.
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