टीका ले चुके लोग क्यों हुए संक्रमित ? ICMR की स्टडी में सामने आयी बड़ी वजह
अभी तक देशभर में कुल 39 करोड़ 53 लाख 43 हजार 767 कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है. वहीं कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें दावा किया गया है कि वैक्सीन लेने के बाद लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं.
नई दिल्ली: सरकार बार-बार इस बात पर जोर दे रही है कि लोग कोरोना का टीका लगवाएं, लेकिन देश में कुछ ऐसे मामले भी सामने आए थे कि टीका लेने वालों को भी संक्रमण हो रहा है. इसी पर ICMR ने एक राष्ट्रव्यापी स्टडी की थी, जिसमें संक्रमण की वजह पता चल गई है.
डेल्टा वैरिएंट देश में कोरोना की दूसरी लहर का कारण बना यही वैरिएंट देश में अब भी उन लोगों को संक्रमित कर रहा है, जिनका टीकाकरण हो चुका है. ये बात ICMR की स्टडी में सामने आई है. इस स्टडी का नाम है, ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन यानी टीकाकरण के बाद हुए संक्रमण के मामलों की पड़ताल. ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन सबसे बड़ा और पहला राष्ट्रव्यापी अध्ययन है, जो 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में किया गया था.
ICMR ने ऐसे 677 संक्रमित लोगों के सैंपल इकठ्ठे किए थे जिन्हें पहली या दोनों डोज लग चुकी है. इनमें 604 मरीजों को कोविशील्ड, 71 को कोवैक्सीन और दो को साइनोफार्म टीका लगा था.
स्टडी में पता चला कि 677 में से 86.09 % मामलों में संक्रमण की वजह कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट था. हालांकि महज 9.8% मामलों में ही मरीजो को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी, सिर्फ 0.4% मामलों में मरीज की मौत हुई. अध्ययन में ये भी कहा गया है कि अगर कोरोना की भयावह तीसरी लहर को रोकना है तो देश के लोगों का जल्द से जल्द टीकाकरण करना ही होगा.
बता दें कि अभी तक देशभर में कुल 39 करोड़ 53 लाख 43 हजार 767 कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है. जिसमें 31करोड़ 61 लाख 16 हजार189 लोगों को पहली और 7 करोड़ 92 लाख 27 हजार 578 लोगों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई है.
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