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Ganesh Chaturthi: जानें महाराष्ट्र में पिछले साल से कितना अलग होगा इस बार का गणपति उत्सव
Maharashtra Ganesh Utsav: मुंबई के हजारों गणपति पंडालों में गणेश भगवान की मूर्तियां स्थापित की जा चुकी है जबकि जो अपने साथ गणेश भगवान की प्रतिमा लाते हैं वो भी जोर-शोर से तैयारी करने में जुटे हैं.
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Ganesh Utsav 2022: महाराष्ट्र में दो साल साल बाद गणपति उत्सव (Ganesh Utsav)होने जा रहा है. दरअसल, पिछले दो सालों से कोरोना के कारण लगे प्रतिबंधों की वजह से कह सकते कि गणपति उत्सव मनाया ही नहीं गया. इस साल मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी की धूम धाम देखने को मिल रही है क्योंकि महाराष्ट्र की नयी एकनाथ शिंदे सरकार ने सभी तरह के प्रतिबंध हटा दिए हैं.
सरकार ने दी छूट
महाराष्ट्र के मशहूर गणपति लाल बाग के राजा के मुख दर्शन हो चुके हैं. साथ ही गणेश गली के गणपति की भी पहली झलक दिखाई जा चुकी है. मुंबई के हजारों गणपति पंडालों में गणेश भगवान की मूर्तियां स्थापित की जा चुकी है जबकि जो अपने साथ गणेश भगवान की प्रतिमा लाते हैं वो भी जोर-शोर से तैयारी करने में जुटे हैं. बता दें कि बुधवार यानी 31 अगस्त से मुंबई में गणपति उत्सव की शुरुआत धूमधाम हो जाएगी.
गणेश उत्सव को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने गणपति भक्तों के लिए स्पेशल ट्रेनों और टोल नाकों पर वाहनों को फ्री में जाने की छूट की व्यवस्था की है. मुंबई पुलिस ने भी तैयारियां कर ली है और साथ ही पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
शिंदे गुट और बीजेपी की तैयारी
मुंबई में इस साल गणपति उत्सव के दौरान राजनीतिक रंग भी खूब देखने को मिल रहा है. बीजेपी ने शहर में तमाम जगहों पर गणपति उत्सव वाले पोस्टर बैनर लगवाए हैं. वहीं शिंदे गुट ने गणपति उत्सव को देखते हुए अपना खूब प्रचार-प्रसार किया है. साथ ही गणपति पंडालों में भी राजनीतिक पोस्टर लगे नजर आ रहे हैं क्योंकि कुछ महीनों बाद मुंबई समेत आसपास की कई महानगर पालिकाओं में चुनाव है. पार्टियां जनता को लुभाने के लिए 2 साल बाद होने वाले गणपति उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेकर उन तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.
पिछले साल क्या पाबंदी थी?
- सार्वजनिक पंडालों में मूर्ति लाने और विसर्जन के लिए ले जाते समय 10 से अधिक लोग मौजूद नहीं रह सकते थे.
- घर में मूर्ति लाने और विसर्जन के लिए ले जाते समय अधिकतम पांच लोग ही रह सकते थे.
- सभी श्रद्धालुओं को अनिवार्य रूप से मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी था.
- गणेश उत्सव के दौरान जुलूस में भाग लेने वालों को अनिवार्य रूप से कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेनी थी.
- ऑनलाइन गणपति के दर्शन करने की व्यवस्था की गई थी.
- बीएमसी ने सार्वजनिक गणपति पंडालों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था. साथ ही उत्सव के दौरान शहर में धारा 144 की लगाई गई थी.
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