गाजीपुर लैंडफिल साइट में लगी आग पर काबू पाया गया, कूलिंग ऑपरेशन जारी
आग इतनी बढ़ गई कि मुल्ला कॉलोनी और राजवीर कॉलोनी के नाले की तरफ वाले कूड़े के ढेर पर आग की लपटें और धुंआ बढ़ने लगा. हालांकि रात 8 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया था.
दिल्ली के गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पर सोमवार दोपहर फायर डिपार्टमेंट को वहां आग लगने की सूचना मिली थी. जिसके बाद मौके पर तुरंत ही 5 फायर टेंडर्स को भेजा गया. आग इतनी बढ़ गई कि मुल्ला कॉलोनी और राजवीर कॉलोनी के नाले की तरफ वाले कूड़े के ढेर पर आग की लपटें और धुंआ बढ़ने लगा. हालांकि रात 8 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया था.
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत आने वाले गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पर कूड़े के ढेर की समस्या सालों से बरकरार है, जिसमें गर्मियों के दिनों में आग लगने की घटना कई बार हुई है. ऐसा ही सोमवार को भी हुआ जिसके बाद मौके पर आग बुझाने के लिए 5 फायर टेंडर्स पहुंचे और लगातार मशक्कत के बाद दोपहर से लेकर रात तक आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन मंगलवार की सुबह तक कूलिंग ऑपरेशन जारी है जिसको पूरा करने में अभी वक़्त लगेगा, जिसके लिए मौके पर दो फायर टेंडर्स मौजूद हैं.
#WATCH Billows of smoke rise from the Ghazipur landfill in Delhi where a fire broke out yesterday. pic.twitter.com/XWXUt66mEF
— ANI (@ANI) March 29, 2022
इलाके में चारों तरफ धुंआ ही धुंआ छाया हुआ है, जिसकी वजह से प्रदूषण बहुत बढ़ गया. सबसे बड़ी समस्या आसपास रहने वाले लोगों को हो रही है, जिनको कल से ही इस आग के बाद सांस लेने में परेशानी और आंखों में जलन जैसी शिकायतें हैं.
इस पूरी घटना के बाद पूर्वी दिल्ली नगर निगम और आप पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी शुरू हो गई. पूर्वी दिल्ली नगर निगम मेयर श्याम सुंदर ने आग लगने की वजह बताते हुए कहा कि गर्मी ज्यादा होने से मिथेन गैस निकलती है, पतझड़ भी है जिस वजह से आग ज्यादा बढ़ गई. गर्मी में ऐसा होता है. हमारा स्टाफ वहां पहुंचा हुआ है.
उन्होंने कहा आम आदमी पार्टी केवल राजनीति करना जानती है. ये गलत राजनीति है. ऐसा ही है तो पहले क्यों नहीं आग लगी, अभी ही क्यों लगी? हम आग लगाकर कूड़ा कम करने जैसा कोई काम नहीं करते. मैं इन आरोपों को नकारता हूं.
इस मामले पर आम आदमी पार्टी से विधायक आतिशी ने भी प्रेस कांफ्रेंस कर के नगर निगम को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि आसपास के इलाके के लोगों को दिक्कत हो रही है, हफ्तों तक इसका असर रहेगा. इसके अलावा भी कूड़े के दो ढेर और हैं. ये MCD की देन है, एक तरह सफाई नहीं होती दूसरी तरफ गार्बेज का मैनेजमेंट नहीं है, रोजाना 2 हजार टन कूड़ा इन ढेरों पर आता है.
उन्होंने कहा कि जिस हिसाब से ये कूड़े का निपटारा कर रहे हैं 200 साल लग जाएंगे. एक संस्था के मुताबिक इन कूड़े के ढेरों से दिल्ली के पर्यावरण को साढ़े 400 करोड़ का नुक़सान होगा. EDMC के अधिकारियों को हमने बुलाया तो उन्होंने कहा कि वहां आग लगती रहती है, यानि निगम के लोग जानते हैं कि वहां आग लगती है, लोगों की जान को खतरा है, आज एक बार फिर से गाजीपुर में लगी आग से कोंडली, घरौली और गाजीपुर इलाके लोगों को दिक्कत हो रही है.
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