कोरोना वायरस: सूरत में लॉकडाउन से परेशान प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतरे, आगजनी और तोड़फोड़ की
सूरत में लॉकडाउन से परेशान प्रवासी मजदूर शुक्रवार रात सड़कों पर उतर आए और घर भेजे जाने की मांग करने लगे. इस दौरान उन्होंने आगजनी और तोड़फोड़ भी की.

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के मद्देनजर देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन लगा हुआ है. इस लॉकडाउन की मियाद 14 अप्रैल को पूरी होगी. हालांकि इस लॉकडाउन के बीच सबसे बड़ी समस्या प्रवासी मजदूरों की है. रोटी और रोजगार दोोनं उनके लिए लॉकडाउन में बड़ी समस्या बन गई है. अब लॉकडाउन के कारण गुजरात के सूरत में फंसे कपड़ा कारीगरों ने जमकर हंगामा किया है. सैलरी और खाना नहीं मिलने से गुस्साए लोगों ने सड़क पर आगजनी तक की.
क्या है पूरा मामला
गुजरात के सूरत में लॉकडाउन से परेशान सैकड़ों प्रवासी मजदूर शुक्रवार रात उग्र होकर सड़कों पर उतर आए. ये लोग उन्हें वापस उनके घर भेजने की व्यवस्था करने की मांग कर रहे थे. अपने उग्र प्रदर्शन के दौरान मजदूरों ने कई वाहन भी फूंक डाले. पुलिस ने आगजनी करने वालों को खदेड़कर स्थिति को अपने काबू में ले लिया. बताया जा रहा है कि यह पूरी घटना सूरत के लसकाना इलाके की है. सड़कों पर उतरे ये प्रवुासी मजदूर लगातार अपने घरों को लौटने के लिए समुचित व्यवस्था किए जाने और उनके बकाये का जल्द से जल्द भुगतान करने की मांग कर रहे थे.
No they are not Tablighi's, but migrant workers in PM Modi's home state Gujarat asking for permission to go their native states. No screening, No tests. But blame only MUSLIMS to hide your failures! pic.twitter.com/hB3B3igsym
— Salman Nizami (@SalmanNizami_) April 10, 2020
आज होगा लॉकडाउन पर फैसला
कोरोना वायरस से देश से नागरिकों को बचाने के लिए और इसके खतरनाक संक्रमण को रोकने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा है. यह लॉकडाउन 14 अप्रैल को पूरा हो जाएगा. लेकिन इसके बाद यह आगे बढ़ाया जाएगा या नहीं इसका फैसला आज पीएम मोदी की देश के राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली बैठक में हो जाएगा. हालांकि WHO की ओर से इस बैठक से एक दिन पहले बयान जारी किया गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगायी गयी पाबंदियां अगर जल्दबाजी में खत्म की गईं तो इसके घातक परिणाम हो सकते हैं.
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Source: IOCL






















