सप्ताह में कम से कम एक दिन खाइए अंडा, अल्जाइमर का रिस्क हो जाएगा आधा; स्टडी में खुलासा
रिसर्च के अनुसार सप्ताह में एक दिन अंडा खाने से अल्जाइमर का खतरा आधा हो सकता है. अंडे में मौजूद कोलीन दिमाग को मजबूत बनाते हैं. डाइट में अंडे को शामिल करना ब्रेन हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है.

अंडे को अब तक प्रोटीन और सेहत के लिए जरूरी पोषक तत्वों का बेहतरीन सोर्स माना जाता रहा है. लेकिन एक नई रिसर्च ने अंडे के फायदों को और मजबूत सबूतो के साथ सामने रखा है. हाल ही में जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित स्टडी के अनुसार अगर कोई व्यक्ति हफ्ते में सिर्फ एक दिन भी अंडा खाता है तो उसके अल्जाइमर जैसी भूलने की बीमारी का खतरा 50% तक काम हो सकता है.
कैसे हुई रिसर्च
यह अध्ययन शिकागो क्षेत्र में रहने वाले 1,024 बुजुर्गों पर कीया गया. प्रतिभागियों से उनकी डाइट और अंडे के सेवन के बारे में जानकारी ली गई और औसतन 6.7 साल तक उनका मेडिकल ट्रैक रखा गया. इस दौरान लगभग 280 लोगों में अल्जाइमर डिमेंशिया की पुष्टि हुई. नतीजों में पाया गया कि जो लोग हफ्ते में कम से कम एक अंडा खाते हैं उनमें अल्जाइमर का खतरा बाकी लोगों की तुलना में 47% तक कम था.
ब्रेन पर कैसे करता है असर
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अंडे में मौजूद कई पोषक तत्व दिमाग की कार्य क्षमता को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं.
- कॉलिन- मेमोरी और लर्निंग को मजबूत करने वाले न्यूरोट्रांसमीटर बनाने में मदद करता है.
- ल्यूटन- दिमाग में सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने वाला एंटीऑक्सीडेंट है यह.
- प्रोटीन- ब्रेन सेल्स की मरम्मत और ऊर्जा के लिए जरूरी है.
- ओमेगा-3 और विटामिन b12- नर्वस सिस्टम और कॉग्निटिव हेल्थ को सपोर्ट करते हैं.
रिसर्च का बड़ा निष्कर्ष
रिसचर्स का कहना है कि अंडे का असर सिर्फ प्रोटीन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें मौजूद कोलीन समेत कई पोषक तत्व मिलकर दिमाग को डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियों से बचाने का काम करते हैं.
क्या हर किसी को अंडा खाना चाहिए
हालांकि अंडे को सुपर फूड माना जाता है लेकिन इसमें मौजूद कोलेस्ट्रॉल को देखते हुए दिल के मरीजों और हाई ब्लड प्रेशर वाले वालों को डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसका सेवन करना चाहिए. एक्सपर्ट्स का कहना है कि बैलेंस्ड डाइट, फल-सब्जियों का सेवन और एक्सरसाइज के साथ अगर सप्ताह में एक या दो दिन अंडा शामिल किया जाए तो यह उम्र बढ़ने पर ब्रेन हेल्थ को मजबूत बनाने का आसान और सस्ता उपाय हो सकता है.
ये भी पढ़ें- क्या है जापान की माचा टी, जिससे कम हो जाता है कैंसर का खतरा; रिसर्च में दावा
Source: IOCL
























