पांच साल का हो गया आपका लाडला लेकिन बोलना नहीं किया शुरू, हो सकती है ये दिक्कत
आज की जनरेशन के माता-पिता को एक प्रॉब्लम का काफी ज्यादा सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, आज के लोग अपने बच्चे के रोने पर फोन और स्क्रीन की आदत लगा देते हैं. इसके कारण बच्चे की ग्रोथ स्लो हो जाती है.

पेरेंट्स के लिए अपने बच्चे को पहली बार चलते, खाते और बोलते देखना काफी अच्छा पल होता है. कोई बच्चा बचपन से लेकर बड़े होने तक जिस वातावरण में रहता है, उसी में घुल-मिल जाता है. बचपन में बच्चा जब पहली बार बोलने का प्रयास करता है तो वह अपने आस-पास के लोग जिस शब्द को बोलते हैं, उसको कॉपी करता है. ऐसे ही वह धीरे-धीरे पूरी तरीके से बोलना सीख पाता है.
हालांकि, हर बच्चा अपने समय पर बोलना शुरू करता है. इनमें से कुछ बच्चों का लैंग्वेज डेवलपेंट जल्दी होता है, तो कुछ को काफी देरी लगती है. आखिर ऐसा क्यों होता है कि बच्चा 5 साल का हो जाता है लेकिन वह फिर भी सही से बात करने में असमर्थ रहता है. माता पिता के लिए यह काफी चिंताजनक स्थिति हो जाती है.
बच्चे का देरी से बोलने का कारण
इसका सबसे पहला कारण यह है कि बच्चे को सही वातावरण नहीं मिला है. माता-पिता ने उससे उतनी बात नहीं की या ज्यादा व्यस्त होने के कारण बच्चे को वह समय नहीं दे पाए, जो उसको मिलना चाहिए था. अगर आपके घर में सदस्य कम हैं, बच्चे के पास बात करने के लिए अगर कोई व्यक्ति नहीं है तो ऐसी स्थिति में बच्चे को लैंग्वेज सीखने में समय लग जाता है.
इसके अलावा बच्चों का अगर कम उम्र में बाहरी दुनिया से अलगाव होकर स्क्रीन की दुनिया से जुड़ाव हो जाता है तो भी बच्चा काफी देरी से बोलना सीखता है. आज की जनरेशन में यह काफी बड़ी दिक्कत है. माता-पिता बच्चे को रोता देख उसे कोई खिलौने या अपना समय देने की बजाए, टीवी और फोन पर कार्टून देखने की आदत लगवा देते हैं, जो समस्या बन जाता है.
डिसआर्डर के कारण
इसके अलावा अगर बच्चे को न्यूरोडेवलपमेंट जैसे डिसआर्डर हैं तब भी बच्चे को बोलने में दिक्कतें आती हैं. जैसे ऑटिज्म, डाउन सिंड्रोम जैसे डिसआर्डर वाले बच्चे को बोलने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
ऐसे में क्या करें?
बच्चे से बातचीत करें, जितना हो सके उनसे बोलचाल रखें. बार-बार बात करके पूछे जैसे आप किसी बड़े व्यक्ति से बात कर रहें हो, ऐसे बच्चा काफी ज्यादा जल्दी बोलना सीखता है. इसके अलावा उसे भाषा का ज्यादा और जल्दी ज्ञान होता है. बच्चों को दूसरे बच्चे और लोगों से मिलवाएं. जब वह और बच्चों से ज्यादा बातें करेगा, तो अपने आप जल्दी बोलना सीख जाएगा. अगर आपका बच्चा 18 महीने या दो साल का हो चुका है और फिर भी उसने अभी तक बोलना नहीं सीखा है तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें. यह आप जितना जल्दी करेंगे उतना आपके लिए अच्छा होगा.
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Source: IOCL























