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UTTAR PRADESH (80)
43
INDIA
36
NDA
01
OTH
MAHARASHTRA (48)
30
INDIA
17
NDA
01
OTH
WEST BENGAL (42)
29
TMC
12
BJP
01
INC
BIHAR (40)
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NDA
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INDIA
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OTH
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39
DMK+
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AIADMK+
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BJP+
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NTK
KARNATAKA (28)
19
NDA
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INC
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MADHYA PRADESH (29)
29
BJP
00
INDIA
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OTH
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11
INDIA
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OTH
DELHI (07)
07
NDA
00
INDIA
00
OTH
HARYANA (10)
05
INDIA
05
BJP
00
OTH
GUJARAT (26)
25
BJP
01
INDIA
00
OTH
(Source: ECI / CVoter)
सावधान ! दिन दुनी रात चौगुनी तेजी से बढ़ रही ये बीमारी, आने वाले सालों में इसकी चपेट में आ जाएगी 100 करोड़ आबादी
शोध टीम का कहना है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में इस बीमारी का खतरा ज्यादा होता है. 2020 में ऑस्टियोआर्थराइटिस की चपेट में आए कुल मरीजों में से 61% महिलाएं और 39 प्रतिशत पुरुष थे.
Osteoarthritis : आजकल जिस तरह की लाइफस्टाइल हो गई है, उससे कई बीमारियां तेजी से बढ़ रही है. डायबिटीज और हार्ट डिजीज की चपेट में तेजी से लोग आ रहे हैं. लेकिन इनसे भी तेजी से एक और बीमारी बढ़ रही है. इस बीमारी का नाम है ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis)...हाल ही में आई एक स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. द लैंसेट रुमेटोलॉजी जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में वैज्ञानिकों ने चिंता जताया है कि जिस तेजी से दुनियाभर में ऑस्टियोआर्थराइटिस की चपेट में लोग आ रहे हैं, उस हिसाब से साल 2050 तक 1 बिलियन यानी 100 करोड़ से ज्यादा लोग इस बीमारी की चपेट में आ सकते हैं. आइए जानते हैं क्या है ये बीमारी और इससे कैसे बच सकते हैं...
क्या है ऑस्टियोआर्थराइटिस की स्टडी
शोधकर्ताओं के मुताबिक, 30 साल और उससे ज्यादा उम्र के 15 प्रतिशत लोग वर्तमान में गठिया की समस्या से जूझ रहे हैं. आने वाले कुछ सालों में यह संख्या और भी ज्यादा हो सकती है. 200 से ज्यादा देशों में 1990 से 2020 यानी 30 साल के ऑस्टियोआर्थराइटिस डेटा का विश्लेषण करने के बाद शोधकर्ता इस नतीजे पर पहुंचे हैं. ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज स्टडी 2021 के तहत अमेरिका में इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (IHME) के शोधकर्ताओं के नेतृत्व यह शोध हुआ है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, इस बीमारी से बचाव की कोशिश करते रहना चाहिए.
तेजी से बढ़ रहा ऑस्टियोआर्थराइटिस
ऑस्टियोआर्थराइटिस एक तरह से गठिया का ही आम रूप है. इसमें जोड़ों की सूजन और दर्द की समस्या होती है. दुनियाभर के लाखों लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं. जब हड्डियों के सिरों को सहारा देने वाले सुरक्षात्मक कार्टिलेज खराब होने लगते हैं, तब यह समस्या पनपती है. आंकड़ें बताते हें कि, 1990 में 256 मिलियन ऑस्टियोआर्थराइटिस की चपेट में थे, जो 2020 तक बढ़कर 595 मिलियन तक पहुंच गई. इसमें 132 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. शोधकर्ताओं का अनुमान है कि 2050 तक यह संख्या 1 अरब तक पहुंच सकती है.
ऑस्टियोआर्थराइटिस बढ़ने का कारण
अमेरिकी शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन में बताया कि ऑस्टियोआर्थराइटिस बढ़ने के प्रमुख कारणों में उम्र बढ़ना, जनसंख्या विकास और मोटापा शामिल है. इसलिए ग्लोबल लेवल पर तेजी से बढ़ती इस समस्या से बचने के उपाय करते रहना चाहिए. हालांकि, इस बीमारी का कोई प्रभावी इलाज नहीं है, इसलिए यह जरूरी है कि इसके होने के कारण से बचाव पर ध्यान दें.
ऑस्टियोआर्थराइटिस से सबसे ज्यादा कौन प्रभावित
शोध टीम का कहना है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में इस बीमारी का खतरा ज्यादा होता है. 2020 में ऑस्टियोआर्थराइटिस की चपेट में आए कुल मरीजों में से 61% महिलाएं और 39 प्रतिशत पुरुष थे. हालांकि, ऐसा क्यों है इसका शोध चल रहा है. शोधकर्ताओं का मानना है कि जेनेटिक, हार्मोनल कारक और फिजिकल अंतर इसमें भूमिका निभा सकते हैं.
ऑस्टियोआर्थराइटिस से कैसे बचाव करें
आज मोटापा बड़ी समस्या बनकर उभरी है. ऑस्टियोआर्थराइटिस का यह महत्वपूर्ण कारण भी है. अगर मोटापे को कंट्रोल किया जाए तो करीब 20 प्रतिशत तक इस बीमारी को कम किया जा सकता है. इसलिए अपनी नियमित दिनचर्या में एक्सरसाइज को शामिल करना चाहिए. खानपान हेल्दी रखें और एंटी-इंफ्लामेटरी चीजों का ही सेवन करें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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शशि शेखर, स्वतंत्र पत्रकारJournalist
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