कोरोना के नए वैरिएंट में दिख रहे हैं ये लक्षण, इग्नोर करना हो सकता है खतरनाक
JN.1 वैरिएंट ओमिक्रॉन BA.2.86 का सब-वैरिएंट है. जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन के अनुसार, इस वैरिएंट में एक या दो एक्स्ट्रा म्यूटेशंस हैं, जो इसे अन्य वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा संक्रामक बनाते हैं.

भारत सहित दुनिया के कई देशों में कोविड-19 के नए वैरिएंट का इंफेक्शन लगातार फैल रहा है. दरअसल, कोविड-19 के नए वैरिएंट JN.1 और इसके सब-वैरिएंट्स जैसे LF.7 और NB.1.8 के कारण एशिया में खासकर सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग में कोविड-19 के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के अनुसार, भारत में भी 19 मई 2025 तक 257 एक्टिव मामले दर्ज िए गए हैं, जो पिछले एक साल में सबसे ज्यादा हैं.आइए जानते हैं कि कोरोना के नए वैरिएंट में कैसे लक्षण नजर आते हैं और इन्हें इग्नोर करना कितना खतरनाक हो सकता है?
कितना खतरनाक है कोरोना का JN.1 वैरिएंट?
JN.1 वैरिएंट ओमिक्रॉन BA.2.86 का सब-वैरिएंट है. यह पहली बार अगस्त 2023 में सामने आया था. जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन के अनुसार, इस वैरिएंट में एक या दो एक्स्ट्रा म्यूटेशंस हैं, जो इसे अन्य वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा संक्रामक बनाते हैं. यह वेरिएंट हवा में मौजूद बूंदों यानी एयरबोर्न ड्रॉपलेट्स, भीड़-भाड़ वाली जगहों में निकट संपर्क और दूषित सतहों के माध्यम से फैलता है. भारत में अभी तक JN.1 फैलने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन केरल, महाराष्ट्र, और तमिलनाडु में अधिकांश नए मामले दर्ज किए गए हैं.
किन लोगों के लिए खतरनाक है नया वैरिएंट?
JN.1 वैरिएंट के लक्षण कोविड-19 के डेल्टा और ओमिक्रॉन वैरिएंट से मिलते-जुलते हैं, लेकिन कुछ नए लक्षण भी सामने आए हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इन लक्षणों को अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है. ऐसे में कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों जैसे डायबिटीज, हार्ट डिजीज से जूझ रहे लोगों को खास ध्यान रखने की जरूरत है.
कैसे हैं नए वैरिएंट के लक्षण?
कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 में लगातार सूखी खांसी की दिक्कत होती है, जो कई दिन तक बनी रहती है. इसके अलावा खाने का स्वाद और गंध महसूस नहीं होता है. संक्रमित लोगों को तेज सिरदर्द होता है, जो नॉर्मल दवाओं से ठीक नहीं होता है. इसके अलावा नाक बहना से लेकर नाक बंद होना, थकान, गले में खराश भी कोविड के नए वैरिएंट के लक्षण हैं.
इन चीजों का रखें ध्यान
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन और बूस्टर डोज JN.1 और इसके सब-वैरिएंट्स के खिलाफ गंभीर बीमारी और अस्पताल में भर्ती होने से बचाव के लिए असरदार हैं. जो लोग ज्यादा संक्रमित हैं, उन्हें तुरंत बूस्टर डोज लगवानी चाहिए. इस दौरान भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनकर जाएं. वहीं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें. नियमित रूप से हाथ धोएं और सैनिटाइजर इस्तेमाल करें.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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Source: IOCL






















