कंट्रोल रूम 88, जाने क्या है आतंकियों का नया कंट्रोल रूम जिसे ऑपरेशन सिंदूर में किया गया तबाह
भारतीय वायुसेना ने एक बार फिर पाकिस्तान में घुसकर आतंक के ठिकानों को तबाह कर दिया है. इस बार इस ऑपरेशन को ऑपरेशन सिंदूर का नाम दिया गया है. चलिए जानते हैं इसमें क्या क्या हुआ है.

Operation Sindoor: भारत ने पाकिस्तान में घुसकर एक बार फिर उसके आतंक के अड्डों को नेस्तनाबूद कर कर दिया है. पहलगाम में 22 अप्रैल को निर्दोष टूरिस्ट पर हुए आतंकी हमले का भारत ने घुसकर बदला लिया है. आपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों का निशाना बनाया है. इसमें पीओके के मुरिदके, कोटली, मुजफ्फराबाद और बहावलपुर इलाकों में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है. इस ऑपरेशन में मुजफ्फराबाद में स्थित नए कंट्रोल रूम 88 को भी तबाह कर दिया गया है. चलिए, आपको उसके बारे में बताते हैं.
कंट्रोल रूम 88
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंट्रोल रूम 88 भारत के खिलाफ साजिश का नया अड्डा है. यह पीओके के मुजफ्फराबाद में स्थित है, यहां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तानी आर्मी भारत के खिलाफ नई साजिश रचते हैं और कैसे घुसपैठ करना है, हमला कहां करना है जैसे तमाम मामलों को अंजाम देते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में यह जिक्र किया गया है कि यह यहां से जैश-ए-मोहम्मद अपने नए मिशन को चलाता था यह एक तरह से उसका नया ऑपरेशनल सेंटर था.
कंट्रोल रूम 88 से क्या होता था
भारतीय वायुसेना के मिशन सिंदूर में तबाह हुआ कंट्रोल रूम 88 सिर्फ एक इमारत ही नहीं था यह पाकिस्तान के लिए आतंक के पनाह का अड्डा था. यह रूम आतंक के कमांड और कंट्रोल का अड्डा था. यहां से आतंकियों के मूवमेंट तय होते थे उनको गाइड किया जाता था और उनके मिशन को मॉनिटर किया जाता था. पाकिस्तानी सेना आतंकियों को मुज्जफराबाद के ट्रांजिट कैम्प सवाई नाला तक घुसने में मदद करती थी. इसके बाद उनको वहां से 98 किलोमीटर दूर दुधनियाल लाया जाता था. फिर आतंकियों को लांच पैड के लिए भारत में घुसपैठ कराया जाता था.
आपको बता दें कि पहले भी पीओके के मुज्जफराबाद को लश्कर-ए-तैयबा अपने आतंकी अड्डों के तौर पर यूज करता रहा है. यह LTT के लिए एक लांचिंग पैड के तौर पर रहा है. भारतीय सीमा एलओसी के नजदीक होने चलते यहां से आतंकियों के लिए घुसपैठ करने में आसान होता है इसके अलावा यहां इन आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती है और उनके ऑपरेशन पर नजर रखा जाता है.
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