ट्रेन से दूसरे देशों का सफर क्यों करते हैं नॉर्थ कोरिया के किम जोंग उन, आखिर क्या है इसमें खास?
किम जोंग-उन का नाम दुनिया के सबसे क्रूर तानाशाहों की लिस्ट में शामिल है. हालांकि दुनिया का यह तानाशाह यात्रा करने के लिए ट्रेन का सहारा लेता है. चलिए, आपको बताते हैं कि ऐसा क्यों है.

Kim Jong Un bulletproof train: दुनिया में जब भी तानाशाह शासकों का नाम लिया जाएगा तो उसमें किम जोंग-उन का नाम टॉप पर लिखा जाएगा, एक ऐसा शासक जिसकी मर्जी के बिना आप कपड़े नहीं पहन सकते, बाल नहीं कटवा सकते हैं, कहीं घूमने नहीं जा सकते हैं. किम जोंग-उन को उत्तर कोरिया का तानाशाहा और क्रूर नेता माना जाता है.
किम दिसंबर 2011 में अपने पिता किम जोंग-इल की मृत्यु के बाद सत्ता संभाली थी. किम जोंग उन अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी के नेता हैं और उत्तर कोरिया में एक सत्तावादी शासन प्रणाली का संचालन करते हैं. आज जहां दुनियाभर के नेता एक दूसरे देश में जाने के लिए हवाई जहाज का उपयोग करते हैं तो किम आज भी दूसरे देश जाने के लिए ट्रेन का यूज करते हैं. चलिए, आपको बताते हैं कि तानाशाही किम जोंग उन दूसरे देशों का सफर ट्रेन से ही क्यों करते हैं, आखिर ट्रेन से सफर करने की वजह क्या है?
ट्रेन से ही दूसरे देशों का सफर क्यों?
अपने पिता की मृत्यु के बाद, किम जोंग उन ने खुद को उत्तर कोरिया का महान उत्तराधिकारी घोषित किया गया था. किम जोंग उन ने अपने शासनकाल के शुरुआत में विरोधियों के ऊपर सख्त कार्रवाई की. 2011 में सत्ता संभालने के बाद किम ने कई ऐसे अंतरराष्ट्रीय यात्रा ट्रेन से की. अभी तक अपने शासनकाल के दौरान किम ने सात अंतरराष्ट्रीय यात्रा और दो बार दक्षिण कोरिया की सीमा पार की है.
किम ने अपनी अधिकांश विदेश यात्राओं में पीली पट्टी वाली ट्रेन का प्रयोग किया है. 2018 में बीजिंग यात्रा से लेकर 2019 में हनोई में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ शिखर सम्मेलन तक, किम ने कई हाई-प्रोफाइल यात्राओं के लिए अपनी ट्रेन का उपयोग किया है. किम के पिता किम जोंग इल को हवाई यात्रा से डर लगता था, जिसके कारण वे अपनी विदेश यात्राओं को बख्तरबंद रेलगाड़ी से चीन और रूस तक ही सीमित रखते थे.
किम के पिता ने 2001 में प्योंगयांग से मास्को तक की यात्रा ट्रेन से की थी, जो 20,000 किमी. की थी और इस यात्रा को पूरा करने में लगभग 24 दिन लगे थे. किम के पिता जोंग इल 2011 में एक "फील्ड गाइडेंस" यात्रा के लिए ट्रेन से यात्रा कर रहे थे, इस दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई थी.
किम की ट्रेन कितनी सेफ?
ऐसा माना जाता है कि उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में किम जोंग उन के लिए एक विशेष फैक्ट्री बनाई गई है, जहां उनकी जैसी कई विशेष ट्रेनें तैयार की गई हैं. किम की वर्तमान ट्रेन को "चलता-फिरता किला" कहा जाता है. बताया जाता है कि ट्रेन की खिड़कियां बुलेटप्रूफ हैं और इसकी दीवारें और फर्श विस्फोटों से सुरक्षा के लिए खासतौर पर डिजाइन किया गया है.
इस पूरे ट्रेन को किम की जरूरतों के हिसाब से डिजाइन किया गया है. इसमें आपातकालीन समय में यूज के लिए कई तरह की सुविधाओं को बनाया गया है, जिससे अगर अचानक दुश्मन ट्रेन पर हमला करे तो उसको मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके. सभी सुरक्षा उपकरणों के वजन के कारण, किम की ट्रेन केवल 55 किमी प्रति घंटा की गति से चलती है.
किम की ट्रेन कितनी आलीशान है?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रेन को अंदर से आलीशान महल की तरह डिजाइन किया गया है. इसमें निजी मीटिंग रूम, बेडरूम, ऑफिस, डाइनिंग एरिया और मनोरंजन की सारी व्यवस्थाएं हैं.
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Source: IOCL























