क्या हैक हो सकते हैं सभी देशों के परमाणु हथियार, ऐसा हुआ तो जानिए कितनी मचेगी तबाही?
दुनिया में मात्र 9 ऐसे देश हैं, जिनके पास परमाणु हथियार हैं. ये देश हैं- अमेरिका, रूस, चीन, भारत, पाकिस्तान, फ्रांस, ब्रिटेन, उत्तर कोरिया और इजरायल. इनमें 90% परमाणु बम रूस और अमेरिका के पास ही हैं.

पहलगाम आतंकी हमले के बाद जब भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष छिड़ा तो परमाणु हथियारों की चर्चा तेज हो गई. दरअसल, भारत और पाकिस्तान दुनिया के ऐसे पड़ोसी देश हैं, जो परमाणु शक्ति से संपन्न हैं. ऐसे में दुनियाभर की नजरें इन देशों के सैन्य संघर्ष पर थीं और यह आशंका जताई जा रही थी कि पाकिस्तान कभी भी भारत पर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है. ऐसा इसलिए भी, क्योंकि पाकिस्तान की तरफ से लगातार परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दी जा रही थी.
भारत और पाकिस्तान के साथ दुनिया में मात्र 9 ऐसे देश हैं, जिनके पास परमाणु हथियार हैं. ये देश हैं- अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, उत्तर कोरिया और इजरायल. अगर परमाणु हथियारों की संख्या के हिसाब से देखें तो दुनिया के करीब 90 फीसदी परमाणु बम रूस और अमेरिका के पास ही हैं. ऐसे में सवाल यह है कि क्या दुनिया के परमाणु शक्ति संपन्न देशों के न्यूक्लियर हथियार हैक हो सकते हैं? अगर ऐसा हुआ तो क्या होगा? दुनिया में कितनी तबाही मचेगी? चलिए जानते हैं...
दुनिया का सबसे शक्तिशाली हथियार
परमाणु बमों को दुनिया का सबसे शक्तिशाली हथियार कहा जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अमेरिका ने जापान के नागासाकी और हिरोशिमा में इन हथियारों का इस्तेमाल किया था और पलक झपकते ही ये दोनों शहर आधे से ज्यादा साफ हो गए थे और हजारों लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद इन हथियारों का इस्तेमाल आज तक नहीं हुआ. हालांकि, तब की तुलना में आज दुनिया के 9 देशों के पास पहले से ज्यादा शक्तिशाली परमाणु हथियार हैं, ऐसे में इनकी मारक क्षमता का अंदाजा लगाना ही काफी भयावह है.
क्या हैक किए जा सकते हैं परमाणु हथियार?
हाल ही में आई हॉलीवुड फिल्म आई मिशन इम्पॉसिबल इसी पर आधारित है, जिसमें एक अदृश्य दुश्मन (AI) दुनिया भर के परमाणु हथियारों को एक-एक कर हैक करता है. फिल्मों में तो यह सब बहुत ही आसान दिखता है, लेकिन प्रैक्टिकली देखा जाए तो यह काम काफी मुश्किल है. दरअसल, दुनिया के जिन 9 देशों के पास परमाणु हथियार हैं, उन देशों ने अपने परमाणु ठिकानों को बहुत ही गुप्त रखा है, यहां तक कि इन हथियारों के बारे में बहुत कम ही जानकारी पब्लिक डोमेन में उपलब्ध है. इसलिए इनका हैक होना काफी मुश्किल है. हालांकि, जिस तरह से दुनिया में साइबर अपराध बढ़ रहे हैं और बड़े-बड़े हैकर्स साइबर हमले कर दुनियाभर के सिक्योरिटी सिस्टम को चुनौती दे रहे हैं, उन्हें देखते हुए यह नहीं कहा जा सकता है कि मिसाइलों व अन्य हथियारों को हैक करना नामुमकिन है, क्योंकि सभी मिसाइलें सेंसर और नेविगेशन बेस्ड होती हैं. ऐसे में इन्हें हैक किया जा सकता है. जहां तक परमाणु हथियारों की बात है तो इनके हार्डवेयर से लेकर सॉफ्टवेयर तक कई लेयर की सिक्योरिटी होती है और ये हाई मिलिट्री ग्रेड इंक्रिप्शन से लैस होते हैं. इसके साथ ही इन हथियारों को हमेशा असेंबल करके नहीं रखा जाता. ऐसे में अगर कोई एक फैसिलिटी हैक हो भी गई तो उनका संचालन काफी मुश्किल होगा.
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Source: IOCL






















