रायबरेली में महाकुंभ पोस्टर पर पेशाब करने पर व्यक्ति पीटा गया, वह नहीं है मुस्लिम
यह वीडियो रायबरेली के बछरावां कस्बे का है, जहां विनोद नाम के एक व्यक्ति ने शराब के नशे में धुत होकर एक दीवार पर पेशाब कर दिया, जिस पर महाकुंभ का पोस्टर लगा हुआ था. वायरल दावा ग़लत है.

फैक्ट चैक निर्णय [ असत्य ]लॉजिकली फ़ैक्ट्स से बात करते हुए बछरावां पुलिस ने पुष्टि की कि व्यक्ति की पहचान विनोद के रूप में हुई है और इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. |
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग एक व्यक्ति के साथ गाली-गलौच करते और उसकी पिटाई करते दिख रहे हैं. इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक मुस्लिम युवक को महाकुंभ के बैनर पर पेशाब करते हुए पकड़ा गया, जिसके बाद उसे बुरी तरह से पीटा गया.
महाकुंभ हिंदू धर्म का एक तीर्थ समारोह है, जो कई वर्षों के अंतराल पर आयोजित किया जाता है. इस बार यह आयोजन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 12 साल बाद हो रहा है.
एक्स पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "रायबरेली, यूपी: अब्दुल ने दीवार पर महाकुंभ और हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरों पर पेशाब किया, स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया." ऐसी पोस्ट के आर्काइव्ड वर्ज़न यहां, यहां, यहां, यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं. (नोट: वीडियो में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया है.पाठकों को विवेक का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है.)

वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
हालांकि, वायरल दावा ग़लत है. यह वीडियो रायबरेली के बछरावां कस्बे का है, जहां विनोद नाम के एक व्यक्ति ने शराब के नशे में धुत होकर एक दीवार पर पेशाब कर दिया, जिस पर महाकुंभ का पोस्टर लगा हुआ था. यह घटना 10 जनवरी को हुई थी.
सच्चाई कैसे पता चली?
हमें वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट के साथ एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया कि जनवरी 10, 2025 को रायबरेली के बछरावां कस्बे में महाकुंभ के पोस्टर पर पेशाब करने के आरोप में एक युवक को भीड़ ने बेरहमी से पीट दिया. इस जानकारी के आधार पर हमने बछरावां थाने के प्रभारी ओम प्रकाश तिवारी से संपर्क किया.
लॉजिकली फ़ैक्ट्स से बात करते हुए ओम प्रकाश तिवारी ने स्पष्ट किया कि संबंधित व्यक्ति हिंदू समुदाय से है और उसका नाम विनोद है. उन्होंने कहा, "इस मामले में कोई एफ़आईआर दर्ज नहीं की गई. एहतियात के तौर पर कार्रवाई करते हुए उसे मजिस्ट्रेट के पास भेजा गया है. उसे न तो गिरफ़्तार किया गया और न ही जुर्माना लगाया गया. लेकिन उसने एक बांड पर हस्ताक्षर किए, जिसमें उसने दोबारा ऐसा न करने का वादा किया है. इस घटना में कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है.
रायबरेली पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट का जवाब देते हुए एक बयान पोस्ट किया और स्पष्ट किया कि वायरल क्लिप में दिख रहा व्यक्ति मुस्लिम नहीं था. बयान (आर्काइव यहां) में लिखा है, "वह [विनोद] जनवरी 10 को रात करीब 8:00 बजे बछरावां में एक दीवार के पास नशे की हालत में बैठा था. स्थानीय लोगों ने उसे खाना भी खिलाया. उसने अपने पास की एक दीवार पर पेशाब करना शुरू कर दिया. कुछ लोगों ने आपत्ति जताई और उसे मुस्लिम बताकर पीटना शुरू कर दिया. हालांकि, विनोद को पहचानने वाले लोगों ने हस्तक्षेप किया और उसे मौके से भागने में मदद की."
बयान में आगे कहा गया है कि जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि विनोद ने अज्ञानतावश उस दीवार पर पेशाब कर दिया, जहां महाकुंभ का पोस्टर लगा हुआ था.

रायबरेली पुलिस के बयान का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)
निर्णय
वीडियो में दिखाया गया व्यक्ति हिंदू समुदाय का विनोद है, जिसे स्थानीय लोगों ने मुस्लिम समझ लिया और उसकी पिटाई कर दी. पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस घटना में कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है और उस व्यक्ति ने नशे की हालत में दीवार पर पेशाब किया था.
(ट्रांसलेशन: मोहम्मद सलमान)
[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले Logically Facts पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]
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Source: IOCL





















