एक पैर से दरवाज़ा तोड़ने के लिए मशहूर CID के दया करने जा रहे हैं कुछ ऐसे वापसी
सीआईडी का प्रसारण 21 जनवरी, 1998 से शुरू हुआ था और इसका अंतिम एपिसोड 27 अक्टूबर, 2018 को टेलीकास्ट हुआ था. यह क्राइम सीरीज सबसे ज्यादा समय तक चलने वाली सीरीज थी जो कि 21 साल तक टेलीकास्ट हुई थी.
टेलीविजन की सबसे मशहूर क्राइम सीरीज में से एक सीआईडी में सीनियर इंस्पेक्टर दया का किरदार निभाकर जाना-माना नाम बन चुके दयानंद शेट्टी ने कहा है कि इंवेस्टिगेटिव शो फॉर्मेट में अभी बहुत एक्सपेरीमेंट होना बाकी हैं बशर्ते इन्हें बुद्धिमानी से लिखा जाए.
दया अब जल्द ही MX Player के क्राइम शो में नज़र आएंगे. उनपर सीआईडी शो का एक डायलॉग बेहद मशहूर था-दया दरवाजा तोड़ दो. एक इंटरव्यू में दया ने क्राइम शो के फॉर्मेट पर बात की.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने कहा कि क्राइम रिलेटेड शो बनाने में कुछ बाध्यता होती हैं. दर्शक या तो उसे कहते हैं कि इसमें रिपिटिशन है या फिर ये इंट्रेस्टिंग नहीं है. तो, जब आप अलग-अलग टेलीविजन चैनल पर अलग-अलग क्राइम शो देखते हैं तो आप पाते हैं कि कुछ कहानी अन्य कहानियों से मिलती जुलती हैं.
क्राइम शो में वेरिएशन नहीं होता जैसे सास-बहू सीरियल में होता है जहां अपनी मनमर्जी के मुताबिक किरदारों को ट्विस्ट दिया जा सकता है. एक समय के बाद, आप क्राइम शो में स्क्रिप्ट में बंध जाते हैं और एक्सपेरिमेंट नहीं कर सकते. हालांकि, कई बेहतरीन लेखक बहुत अच्छा काम कर रहे हैं.
आपको बता दें कि सीआईडी का प्रसारण 21 जनवरी, 1998 से शुरू हुआ था और इसका अंतिम एपिसोड 27 अक्टूबर, 2018 को टेलीकास्ट हुआ था. यह क्राइम सीरीज सबसे ज्यादा समय तक चलने वाली सीरीज थी जो कि 21 साल तक टेलीकास्ट हुई थी. दया के अलावा शो में शिवाजी साटम और आदित्य श्रीवास्तव ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी. उन्होंने इस बारे में इंटरव्यू में कहा, 'मैं खुश हूं कि इस शो में भी स्क्रिप्टिंग पर काफी बुद्धिमानी से काम किया गया है. कई क्राइम शो आए और गए लेकिन सीआईडी का प्रभाव आज भी बरकरार है और ये बेमिसाल है.'
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