एक्सप्लोरर
Advertisement
Mardaani 2 Quick Review: अंदर तक झकझोर के रख देगी 'मर्दानी 2', रानी मुखर्जी ने की है दमदार वापसी
Mardaani 2 Quick Review: डायरेक्टर गोपी पुछरान ने इसमें रेपिस्ट की मानसिकता पर ज्यादा ज़ोर डाला है कि कैसे वो औरत की तरक्की को हजम नहीं कर पाता है.
Mardaani 2 Quick Review: रानी मुखर्जी की फिल्म 'मर्दानी 2' उसी मुद्दे को दिखाती है जिसे लेकर इन दिनों देश में उबाल है. इन दिनों हर रोज़ रेप की ख़बरें आ आ रही हैं. ऐसे में रानी मुर्खजी की फिल्म 'मर्दानी 2' फिल्म की कहानी इसी के इर्द गिर्द बुनी गई है.
फिल्म में रानी मुखर्जी शिवाजी रॉय नाम की पुलिस अफसर के किरदार में है जो एक सीरियल किलर के केस को सुलझाती हैं. ये अपराधी महिलाओं के साथ क्रूरता से पेश आता है और फिर उसके बाद उन्हें जान से मार देता है.
प्वाइंट्स में जानिए फिल्म ता सटीक रिव्यू.
- फिल्म कहीं भी अपने मुद्दे से भटकती नहीं है. फिल्म छोटी है लेकिन जिस मक़सद से बनाई गई है उसे दर्शकों को समझा जाती है.
- ये फिल्म रेप के साथ साथ समाज में महिलाओं की भूमिका पर उठ रहे सवालों की भी वकालत करती है.
- फिल्म रानी का एक मोनो लॉग भी है जिसमें वो कहती हैं- "बराबरी दूर की बात है औरतों को बस हिस्सेदारी मिल जाए बहुत है."
- फिल्म में विलेन के किरदार में विशाल जेटवा है. अपनी डेब्यू फिल्म में ही विशाल ने पहचान बना ली है. शुरुआत में उनके चेहरे पर मासूमियत दिखती है और फिर जब खूंखार रूप दिखाते हैं तो डर लगता है.
- डायरेक्टर गोपी पुछरान ने इसमें रेपिस्ट की मानसिकता पर ज्यादा ज़ोर डाला है कि कैसे वो औरत की तरक्की को हजम नहीं कर पाता और कहता है, "हीरोइन को हीरोइन ही रहना चाहिए.. हीरो बनने की कोशिश नहीं करनी चाहिए."
- पूरी फिल्म रानी मुखर्जी के कंधों पर है. रानी ने फिल्म में दमदार एक्टिंग की है और कुल मिलकर ये फिल्म अपने उस मकसद में कामयाब होती है जिसके लिए ये इसे बनाया गया है.
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Entertainment News in Hindi
और देखें
Advertisement
ट्रेडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
आईपीएल
जनरल नॉलेज
बिजनेस
Advertisement
for smartphones
and tablets
and tablets
डाॅ. निखिल आनंद, राष्ट्रीय महामंत्री, भाजपा ओबीसी मोर्चा
बिहार में मुख्तार के नाम पर मर्सिया पढ़ते तेजस्वी और पप्पू यादव चाहते हैं मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण
Opinion