वायनाड से अमेठी तक राहुल गांधी के दो नामांकन में किसका 'वजन' ज्यादा?
कांग्रेस नेता और जानकार दोनों जगह से राहुल गांधी की जीत का दावा कर रहे हैं. हालांकि इस बात को लेकर सस्पेंस बरकरार है कि दोनों जगह जीतने के बाद राहुल कौन सी सीट छोड़ेंगे?

नई दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हफ्ते भर के अंदर दूसरी बार लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया. राहुल गांधी पहली बार दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं. राहुल गांधी ने चार अप्रैल को केरल की वायनाड सीट पर पर्चा दाखिल किया था. उसके ठीक छः दिन बाद राहुल गांधी ने बुधवार को अपने परिवार की परंपरागत सीट यूपी के अमेठी से चौथी बार पर्चा भरा. दोनों ही जगहों पर नामांकन के साथ-साथ राहुल गांधी ने रोड शो भी किया. ऐसे में स्वाभाविक तौर पर राहुल गांधी के दोनों नामांकन और रोड शो की तुलना हो रही है.
वायनाड की भीड़ को पीछे नहीं छोड़ पाई अमेठी:-
अगर भीड़ की बात करें तो वायनाड में राहुल गांधी को देखने जबरदस्त भीड़ जुटी थी और भीड़ में उत्साह की लहर थी. राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी के साथ नामाकंन के बाद तकरीबन दो किलोमीटर का रोड शो किया. राहुल जब नामांकन का पर्चा भर रहे थे तब जिला मुख्यालय के बाहर हजारों की भीड़ उनके बाहर निकलने का इंतजार कर रही थी. राहुल और प्रियंका गांधी निकले तो भीड़ ने राहुल-राहुल के नारों से आसमान सर पर उठा लिया. रास्ते भर इसी तरह की भीड़ मौजूद रही. हालांकि सूत्रों के मुताबिक वायनाड के लिए केरल के साथ ही तमिलनाडु और कर्नाटक से भी कार्यकर्ता भी इकट्ठे हुए थे.
गांधी परिवार के गढ़ अमेठी की बात करें तो यहां वायनाड के मुकाबले भीड़ कुछ कम थी हालांकि अमेठी में भी दो किलोमीटर के रोड शो के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत लगा दी और उसका नतीजा भी दिखा. अमेठी में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के नारे लगे.
इसकी बड़ी वजह ये हो सकती है कि वायनाड के लोग पहली बार राहुल गांधी को नजदीक से देख पा रहे थे जबकि अमेठी में ऐसा नहीं है. राहुल गांधी पिछले 15 सालों से अमेठी के सांसद हैं और अमेठी एक तरह से उनके लिए घर जैसा है. वो खुद और उनकी बहन प्रियंका गांधी अमेठी आते रहते हैं. अमेठी के लिए राहुल गांधी जाने पहचाने हैं लेकिन वायनाड के लिए नए. शायद इसी वजह से वायनाड में राहुल गांधी को लेकर दिलचस्पी कहीं ज्यादा थी.
अमेठी में '72000' के झंडो ने ध्यान खींचा:-
वायनाड में राहुल गांधी के रोड शो के दौरान केरल में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी मुस्लिम लीग के झंडे नजर आए. इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के हरे रंग के चांद तारे के निशान वाले झंडे की तस्वीर को लेकर विरोधियों को आरोप लगाने का मौका मिल गया कि राहुल अल्पसंख्यक बहुल सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
जबकि अमेठी के रोड शो में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता 'न्याय स्कीम' के झंडे लेकर चल रहे थे. नीले रंग के इन झंडों पर 72 हजार की रकम लिखी थी और राहुल गांधी की तस्वीर बनी थी. ये झंडे पूरे हुजूम में अलग से दिख रहे थे.
अमेठी में प्रियंका के बच्चों की एंट्री हुई:-
वायनाड में राहुल गांधी के साथ केवल उनकी बहन प्रियंका गांधी मौजूद थी तो अमेठी के रोड शो में प्रियंका के साथ-साथ रॉबर्ट वाड्रा और प्रियंका गांधी के दोनों बच्चे भी साथ थे. अमेठी में नामांकन के वक्त मां सोनिया गांधी भी पहुंची. अमेठी के रोड शो में प्रियंका के बच्चों की मौजूदगी चर्चा का विषय बन गई.
बीजेपी भले आरोप लगाए कि राहुल गांधी अमेठी में हार के डर से राहुल वायनाड से भी लड़ रहे हैं. लेकिन कांग्रेस का दावा है कि राहुल दक्षिण में पार्टी को मजबूत करने के लिए अपने 'गढ़' अमेठी के साथ वायनाड से भी लड़ रहे हैं. कांग्रेस नेता और जानकार दोनों जगह से राहुल गांधी की जीत का दावा कर रहे हैं. हालांकि इस बात को लेकर सस्पेंस बरकरार है कि दोनों जगह जीतने के बाद राहुल गांधी कौन सी सीट छोड़ेंगे?
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