UP Board Result 2025: यूपी बोर्ड आज दोपहर जारी करेगा रिजल्ट, जानें कैसे बदल गया नतीजों का दौर
आज तकनीक के कारण रिजल्ट देखना काफी आसान हो गया है. पुराने दौर में अपने नतीजे चेक करने के लिए छात्रों को क्या कुछ नहीं करना पड़ता था.

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने आज, 25 अप्रैल को दोपहर 12:30 बजे हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 के नतीजे घोषित कर देगा. करीब 55 लाख छात्रों की धड़कनें सुबह से ही तेज हैं और अब उनके परिणाम बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in और डिजिलॉकर पर कुछ देर में उपलब्ध होंगे. लेकिन आज जहां मोबाइल पर रिजल्ट मिल रहा है, वहीं दो दशक पहले का नजारा कुछ और ही हुआ करता था.
जब रिजल्ट का मतलब होता था भीड़, अखबार और भावनाओं का मेला
नब्बे के दशक में या उससे पहले जिन्होंने यूपी बोर्ड की परीक्षा दी है, वे जानते हैं कि उस समय रिजल्ट सिर्फ परीक्षा का परिणाम नहीं, एक सामूहिक अनुभव होता था. अखबार में रोल नंबर ढूंढना किसी खजाने की तलाश से कम नहीं था. रिजल्ट वाले दिन अखबार की डिमांड इतनी बढ़ जाती थी कि वो 'ब्लैक' में बिकने लगता था. बड़े अखबार दोपहर को विशेष संस्करण निकालते थे, जिन्हें पाने के लिए स्टूडेंट्स और उनके परिवार घंटों लाइन में लगते थे.
पास वाला देता था पैसे, फेल वाले से नहीं लिए जाते थे पैसे
बुकस्टॉल्स पर रिजल्ट देखने का भी एक दिलचस्प चलन था. स्टूडेंट्स बुकसेलर से अपना रोल नंबर बताकर रिजल्ट पूछते थे. पास होने पर अखबार देखने की कीमत पांच से दस रुपये देनी पड़ती थी, जबकि जो छात्र फेल हो जाते थे, उनसे कोई पैसा नहीं लिया जाता था. यह न केवल शिक्षा का बल्कि सामाजिक भावना का भी एक अनूठा उदाहरण था.
एफ, एस, टी और खाली जगह - तब ऐसे पता चलता था रिजल्ट
पहले अखबार में रोल नंबर के आगे 'F' (फर्स्ट डिवीजन), 'S' (सेकेंड डिवीजन), और 'T' (थर्ड डिवीजन) लिखा होता था. जिनका रोल नंबर नहीं मिलता, वो समझ जाते थे कि वो फेल हो गए हैं. पर फिर भी, फेल छात्र के लिए परिवार और पड़ोस के लोग सहानुभूति जताते थे और अगली बार अच्छे से तैयारी की सलाह देते थे.
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