बाढ़ से केरल की जीडीपी पर पड़ सकता है एक प्रतिशत का असर: रिपोर्ट
केरल में भीषण बाढ़ का सबसे ज्यादा असर टूरिज्म और होटल इंडस्ट्री, लेबर और कोच्चि की इंडस्ट्रियल बेल्ट पर पड़ेगा.

नई दिल्लीः केरल में भीषण बाढ़ से राज्य के सकल घरेलू उत्पाद-ग्रॉस डॉमेस्टिक प्रोडक्ट (जीडीपी) पर एक फीसदी का असर पड़ सकता है. माना जा रहा है कि इसका सबसे ज्यादा असर टूरिज्म और होटल इंडस्ट्री, लेबर और कोच्चि की इंडस्ट्रियल बेल्ट पर पड़ेगा.
केयर रेटिंग्स की रिपोर्ट के मुताबिक केरल में बाढ़ से सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं और इससे राज्य में संपत्ति का भी भारी नुकसान हुआ है. राज्य सरकार ने यह नुकसान 21,000 करोड़ रुपये से ज्यादा रहने का अनुमान जताया है. केरल की जीडीपी चालू वित्त वर्ष में घटकर 6.5 से 7 फीसदी रहने का अनुमान है. चालू वित्त वर्ष के लिए इसका बजटीय लक्ष्य 7.6 फीसदी था.
हालांकि, राज्य के जीडीपी में इंडस्ट्री का योगदान सिर्फ 26 फीसदी का है. जीडीपी में 66 फीसदी योगदान सर्विसेज का रहता है. इंडस्ट्री के जीडीपी में योगदान में से 40 फीसदी सिर्फ टूरिज्म और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर से आता है.
केरल का हाल आपदा प्रबंधन राज्य नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, आठ अगस्त से बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में 400 से ज्यादा लोगों की जान गई है. पूरे राज्य में 3879 राहत शिविरों में 3.91 लाख परिवारों के करीब 14.50 लाख लोग अभी भी रह रहे हैं. नौसेना के अलावा थल सेना, वायु सेना और तटरक्षक बल भी नागरिक प्रशासन के साथ राहत और बचाव अभियानों में शामिल थे.
उधर दक्षिणी नौसेना कमांड ने बाढ़ प्रभावित केरल में आज 14 दिन का अपना बचाव अभियान बंद कर दिया. इसके साथ ही कहा कि प्रभावित इलाकों में पानी घटने की वजह से लोगों को निकालने के लिए और कोई अनुरोध सामने नहीं आया है. इसमें बताया गया है कि राज्य प्रशासन और आपदा राहत अभियान उपक्रमों में सहायता के लिए नौ अगस्त को शुरू किये गये ‘ऑपरेशन मदद’ के दौरान नौसेना के जवानों ने कुल 16,005 लोगों को बचाया.
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Source: IOCL























