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GWM fires: चीन से भारतीय कर्मचारियों को निकाला बाहर, FDI क्लीयरेंस बनी वजह
ग्रेट वॉल मोटर्स कंपनी ने भारत में 1 अरब डॉलर के निवेश से एंट्री की योजना बनाई थी. ढाई साल तक FDI Clearance के इंतजार के बाद कंपनी ने इससे पल्ला झाड़ दिया है.
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GWM fires: एसयूवी (SUV) बनाने वाली चीन की सबसे बड़ी कंपनी ग्रेट वॉल मोटर्स (Great Wall Motors) ने सभी भारतीय कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया है. कंपनी ने सभी कर्मचारियों को 3 महीने का सेवरेंस पैकेज दिया है, साथ ही उन्हें 6 महीने के वेरिएबल टाइम पिरेड दिया है. दरअसल ग्रेट वॉल मोटर्स कंपनी ने भारत में 1 अरब डॉलर के निवेश से एंट्री की योजना बनाई थी. लेकिन ढाई साल तक FDI clearance का इंतजार करने के बाद कंपनी ने इस योजना से पल्ला झाड़ दिया है और साथ ही भारत ने सभी 11 कर्मचारियों को निकाल दिया है.
भारत में एंट्री का प्लान बेकार
साल 2020 में ग्रेट वॉल मोटर ने अमेरिकी कंपनी जनरल मोटर्स (General Motors) के तालेगांव प्लांट को खरीदने के लिए एक टर्म शीट एग्रीमेंट किया था. कंपनी ने 2020 में ऑटो एक्सपो (Auto Expo) में भी हिस्सा लिया था. ग्रेट वॉल मोटर से पहले चीन के कई कंपनियां भारत में एंट्री के प्लान को ठंडे बस्ते में डाल चुकी हैं. Changan, Haima और Chery ने भी भारत में एंट्री की योजना बनाई थी, लेकिन वे उसे अमली जामा नहीं पहना सकीं. इस बारे में ग्रेट वॉल मोटर को भेजे गए ई-मेल का कोई जवाब नहीं आया.
कंपनी का प्रपोजल 2 साल से भी अधिक समय से अटका पड़ा था. इस कारण अमेरिकी कंपनी को अपने प्लांट को बेचने के लिए दूसरे रास्ते खोजने पड़े. ग्रेट वॉल करीब एक दशक से भारत में एंट्री की संभावनाएं तलाश रही थी. उसने सबसे पहले 2014-15 में कोशिश की थी और फिर 2017 में भी प्रयास किया. आखिरकार उसने 2020 में जीएम के तालेगांव प्लांट को खरीदने के लिए एक टर्म शीट पर साइन किए थे. कंपनी की भारत के ऑटो मार्केट में अहम रोल निभाने और 30,000 लोगों को रोजगार देने की योजना थी.
भारत में फंस गई योजना
Haval SUV बनाने वाली इस कंपनी ने पिछले दो साल के दौरान भारत में एंट्री के लिए कई प्रयास किए. सीकेडी फॉर्म में असेंबलिंग और पूरी तरह तैयार गाड़ी के आयात की भी कोशिश की, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली. इस दौरान कंपनी थाईलैंड और ब्राजील में अपना कामकाज शुरू कर दिया है. लेकिन भारत में उसकी योजना फंस गई. इस दौरान कंपनी ने भारत के लिए बनाई गई टीम को दूसरे मार्केट्स में भेज दिया. भारत में भी कर्मचारियों की संख्या आधी कर दी गई.
कंपनी के डायरेक्टर दे रहे इस्तीफा
मार्च में कंपनी के डायरेक्टर (स्ट्रैटजिक एंड प्लानिंग) कौशिक गांगुली ने इस्तीफा दे दिया था. वह अक्टूबर 2018 में कंपनी से जुड़े थे. उससे पहले मार्च 2021 में डायरेक्टर (सेल्स एंड मार्केटिंग) हरदीप सिंह बरार ने भी रिजाइन कर दिया था. भारत और चीन के बीच सीमा पर विवाद बढ़ने और चीनी निवेश को लेकर भारत के सख्त रुख के कारण ग्रेट वॉल मोटर्स का प्रपोजल आगे नहीं बढ़ पाया.
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