Digital Payment: UPI से हर दिन का ट्रांजैक्शन 36 करोड़ से ज्यादा, अब आरबीआई ने बताया आगे का प्लान
UPI Payment in February 2023: फरवरी के दौरान हर दिन का यूपीआई ट्रांजैक्शन ने 50 फीसदी की रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की है. ये पेमेंट 36 करोड़ रुपये के पार पहुंच चुका है.
Daily UPI Payment: दैनिक यूपीआई से ट्रांजैक्शन तेजी से बढ़ा है. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को जानकारी दी कि यूपीआई से पेमेंट में एक साल में 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और यह 36 करोड़ के आंकड़े को पार कर चुका है. जबकि फरवरी 2022 के दौरान ये आंकड़ा 24 करोड़ था.
आरबीआई मुख्यालय में डिजिटल भुगतान जागरूकता सप्ताह की शुरुआत करते हुए गवर्नर ने जानकारी दी कि प्राइस के लिहाज से देखें तो ये लेनदेन 6.27 लाख करोड़ रुपये है, जो फरवरी 2022 में दर्ज 5.36 लाख करोड़ रुपये से 17 फीसदी ज्यादा है. गवर्नर ने ये भी कहा कि कुल मासिक डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन पिछले तीन माह से हर बार 1 हजार करोड़ रुपये के आंकड़ों को पार कर रहा है.
यूपीआई पेमेंट की विश्वभर में चर्चा
शक्तिकांत दास ने कहा कि भारत के यूपीआई पेमेंट सिस्टम की चर्चा ग्लोबली स्तर पर हो रही है. कई देश यूपीआई पेमेंट को लेकर रुचि दिखा रहे हैं. दिसंबर 2022 के बाद हर महीने 1 हजार करोड़ के ज्यादा ट्रांजैक्शन हुए हैं. पैन इंडिया डिजिटल पेमेंट के एक सर्वे में ये पाया गया कि 42 फीसदी लोग डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं.
यूपीआई से पेमेंट करने वालों की संख्या भी बढ़ी
यूपीआई लेनदेन की संख्या जनवरी 2023 में 800 करोड़ से अधिक हो गई, जबकि एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) ने 28 फरवरी को 3.18 करोड़ लेनदेन की ज्यादा ट्रांजैक्शन की है. UPI को 2016 में लॉन्च किया गया था. तब से लेकर ये एक फेमस और पसंदीदा पेमेंट मोड के रूप में उभरा है.
जनवरी के दौरान के आंकड़े
यूपीआई लेनदेन की मात्रा जनवरी 2017 में 0.45 करोड़ से बढ़कर जनवरी 2023 में 804 करोड़ हो हुई है. इसी अवधि के दौरान यूपीआई लेनदेन का प्राइस केवल 1,700 करोड़ रुपये से बढ़कर 12.98 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
आरबीआई का आगे का प्लान
शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई ने डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए 75 गांवों को गोद लेगा. इन गांवों के लोगों को शामिल करके डिजिटल पेमेंट जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा. पीएसओ 75 गांवों को गोद लेंगे और उन्हें डिजिटल भुगतान सक्षम गांवों में बदल देंगे.
ये भी पढ़ें
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets